झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

लोकसभा चुनाव 2024ः हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा का रिपोर्ट कार्ड, जानिए किन क्षेत्रों में कितना काम हुआ

Tenure of Hazaribag MP Jayant Sinha. हजारीबाग संसदीय सीट से बीजेपी ने इस बार प्रत्याशी बदला है. इस बार मनीष जायसवाल को टिकट दिया गया है. मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा का टिकट कट चुका है. आइए जानते हैं सांसद जयंत सिन्हा का पिछले पांच साल का कामकाज कैसा रहा.

Know about the tenure of Hazaribag MP Jayant Sinha
Know about the tenure of Hazaribag MP Jayant Sinha

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 17, 2024, 10:23 AM IST

Updated : Mar 17, 2024, 11:05 AM IST

जानिए सांसद जयंत सिन्हा का रिपोर्ट कार्ड

हजारीबागः अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरे राज्य भर में प्रसिद्ध हजारीबाग कोयला उत्पादन के लिए भी अब पूरे देश में विख्यात रहा है. दूसरी ओर राजनीतिक दृष्टिकोण से भी हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र बेहद खास है. हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी के लिए सुरक्षित सीट माना जाता है. इसके बावजूद हजारीबाग के लोगों ने यशवंत सिन्हा को मंत्री रहने के बावजूद हार का रास्ता दिखाते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता को सांसद बना कर दिल्ली भेजा था. इस कारण भी हजारीबाग देशभर में सुर्खियों में रहता है. वर्तमान समय में जयंत सिन्हा दो बार से सांसद हैं. इसके पहले यशवंत सिन्हा जो उनके पिता हैं वह सांसद रह चुके हैं. जिन्हें देश का वित्त एवं विदेश मंत्री की जिम्मेवारी भी सौंप गई थी.

जयंत सिन्हा की बात की जाए तो पहले कार्यकाल में उन्हें उड्डयन मंत्री की जिम्मेदारी सौंप गई. दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया. उन्हें संसदीय वित्त समिति का अध्यक्ष बनाया गया. फरवरी महीने में ही सांसद जयंत सिन्हा को सर्वश्रेष्ठ सांसद व उनकी अध्यक्षता में कार्यरत संसदीय वित्त समिति को पांच वर्षों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए संसद महारत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

हजारीबाग लोकसभा का प्रतिनिधित्व करते हुए सदन के सभी सत्रों में वो क्षेत्र व राष्ट्र से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दे उठाते रहे हैं. उन्होंने पिछले 5 वर्षों में सदन में देशहित से जुड़े 13 प्राइवेट मेंबर बिल प्रस्तुत किए हैं. 2019 से लेकर अभी तक सदन में लगभग 1,000 प्रश्न उठाए हैं. 24 विषयों पर डिबेट की है और जीरो आवर के तहत 54 और नियम 377 के तहत 29 महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन का ध्यान आकृष्ट कराया है. साथ ही उनकी उपस्थिति लगभग 100 प्रतिशत रही है. जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने पांच वर्षों में महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके आधार पर केंद्र सरकार की नीतियां बनीं.

जयंत सिन्हा ने अपने रिपोर्ट कार्ड पर ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान अपने 10 साल के काम का लेखा-जोखा भी साझा किया है. उन्होंने बताया कि 40 हजार करोड़ रूपए से अधिक का निवेश हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में किया गया है, जो पूरे देश भर में रिकॉर्ड स्थापित कर सकता है. इसमें केंद्र सरकार की योजना के साथ-साथ सीएसआर फंड का उपयोग किया गया है. मुख्य रूप से पतरातू सुपर थर्मल पावर प्लांट में 20 हजार करोड़ रूपया, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में 200 करोड़, राष्ट्रीय राजमार्ग में 5000 करोड़ रूपया, 4000 करोड़ रेलवे में खर्च किया गया है. सेंटर फॉर ट्रैवल स्टडीज में 6 करोड़, अक्षय पात्र रसोई घर में करोड़ों रुपया का खर्च, मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 1500 करोड़ की परियोजना, पर्यटन स्थल पतरातू डैम के समीप स्थल में 200 करोड़ का खर्च किया गया है. इसी प्रकार डीएमएफटी में हजारों करोड़ रूपया हजारीबाग जिले को दिया गया है.

पिछले 10 सालों में 76 हजार से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला, तीन लाख लोगों से अधिक परिवारों को राशन दिया जा रहा है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 3 लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया गया. प्रधानमंत्री दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से लगभग 1700 गांव में 57 हजार से अधिक घरों को विद्युत से जोड़ा गया है. जल जीवन मिशन से 2.5 लाख घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंच रहा है. वहीं हजारीबाग जिले में 2.5 लाख से अधिक महिलाओं को उज्ज्वला गैस योजना का लाभ दिया गया. 13 लाख से अधिक जनधन योजना का खाता विभिन्न बैंक में खोला गया है. आयुष्मान भारत के तहत 10 लाख लोगों को कार्ड उपलब्ध कराया गया है. इसी तरह गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से सड़क तैयार की गई और मिशन इंद्रधनुष के तहत हजारों हजार बच्चों का मुफ्त में टीकाकरण किया गया.

यही नहीं कोरोना काल के दौरान हजारीबाग और रामगढ़ वासियों को निशुल्क वैक्सीन भी उपलब्ध कराई गई. हजारीबाग, रामगढ़ और बरही में ऑक्सीजन प्लांट का तोहफा दिया गया. जिसमें 500 से अधिक ऑक्सीजन बेड, 80 वेंटीलेटर बेड और 250 से अधिक उपकरण देकर अस्पताल दुरुस्त किए गए हैं. 10 लाख मास्क और 25 हजार सुरक्षा व स्वच्छता किट का वितरण भी हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में किया गया है.

जयंत सिन्हा के कार्यकाल पर क्या कहते हैं कांग्रेस जिला अध्यक्ष

हजारीबाग जिला कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने जयंत सिन्हा के पिछले 10 साल के कार्यकाल पर सवालिया निशान खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि जो आशीर्वाद और प्यार हजारीबागवासियों ने उन्हें दिया है उन्होंने विश्वासघात किया है. नली गली बनाने वाले सांसद लोगों के बीच से गायब रहे. पिछले चुनाव में उन्होंने जो वादा किया था वह आज तक पूरा नहीं हो पाया. भाजपा के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह झूठ बोलते हैं. प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को एक गांव गोद लेने को कहा था. जयंत सिन्हा ने जारबा गांव गोद लिया. जारबा गांव की स्थिति जाकर देखने लायक है. जहां सड़क के बीचो-बीच नाली का पानी बहता है. जलमीनार बनाया गया है, उससे पानी घरों तक नहीं पहुंच रहा है. विकास के नाम पर वहां एक बैंक खोल दिया गया है. उन्होंने स्मार्ट सिटी बनाने की बात की थी. साथ-साथ यह भी कहा था कि हवाई चप्पल वाले हवाई जहाज की यात्रा करेंगे. हजारीबाग में एक ईंट भी एयरपोर्ट के नाम पर नहीं जोड़ा गया.

एक समय हजारीबाग में पंचायत से लेकर संसद तक के प्रतिनिधि भाजपा पार्टी के थे. डबल इंजन नहीं चार इंजन वाली सरकार उन्होंने चलाी. लेकिन एक भी कल कारखाना रोजगार के नाम पर नहीं खोला गया. हजारीबाग से कोयला भेजने का धंधा किया किया गया. सांसद जयंत सिन्हा वंदे भारत ट्रेन का जिक्र करते हैं. उस ट्रेन से किसान या गरीब यात्रा नहीं कर सकता और ना ही सब्जी या कोई खाद्य पदार्थ का परिवहन हो सकता है. सांसद पीठ थपथपाने का काम खुद कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बाप बेटे यशवंत सिन्हा और जयंत सिन्हा दोनों ने हजारीबाग की जनता के साथ भद्दा मजाक किया है. केंद्रीय और राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त लोकसभा क्षेत्र आज अच्छे सड़क, साफ सफाई और बुनियादी सुविधा के लिए भी तरस रहा है. यहां की जनता उन्हें इसका जवाब भी समय पर देगी.

जयंत सिन्हा के कार्यकाल पर क्या कहते हैं भाजपा जिलाध्यक्ष

हजारीबाग जिला में विवेकानंद सिंह को फरवरी महीने में ही भाजपा ने नई जिम्मेवारी सौंपते हुए जिला अध्यक्ष बनाया है. विवेकानंद सिंह का कहना है जयंत सिन्हा का 5 साल कार्यकाल हजारीबाग के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है. हजारों हजार करोड़ रुपए का निवेश और खर्च हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में किया गया. नल जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषि सम्मान निधि, कुसुम योजना, उज्ज्वला योजना जैसी कई योजनाओं का लाभ हजारीबाग के लोगों को घर पहुंचा कर उनके नेतृत्व में दिया गया.

इसके अलावा उनके कार्यकाल में जिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अक्षय पात्र जिसमें लाख बच्चों का प्रतिदिन भोजन तैयार किया जाएगा, हजारीबाग, रामगढ़ और बरही अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना, पतरातू में विद्युत संयंत्र, विनोबा भावे विश्वविद्यालय में ट्राइबल स्टडी सेंटर, रेलवे राष्ट्रीय राजमार्ग, भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र, कोरोना काल के समय लाखों मास्क लोगों को बांटा गया. उनका यह भी कहना है कि जयंत सिन्हा एक ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने भारत सरकार या फिर संसद मद के अलावे सीएसआर से कई ऐसे काम किए हैं जिसका जोड़ नहीं है. विभिन्न कंपनियों के सीएसआर का खर्च हजारीबाग जिले में किया गया है. डीएमएफटी फंड का कैसे सदुपयोग किया जाए यह भी जयंत सिन्हा ने लोगों को बताया. जयंत सिन्हा के काम को देखते हुए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद कR भी उपाधि दी गई. जो हजारीबाग के सांसद के रिपोर्ट कार्ड के लिए बेहतर उदाहरण है.

क्या कहते हैं लेफ्ट के नेता

हजारीबाग के लेफ्ट नेता गणेश कुमार उर्फ सिटू भी कहते हैं कि हजारीबाग के सांसद संसदीय क्षेत्र से लापता रहते हैं. आम जनता से उनका कनेक्शन नहीं है. वहीं उन्होंने चुनाव के दौरान लोक लुभावन वादे किए थे लेकिन आज तक वह वादा पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा था कि हजारीबाग से टमाटर नहीं सॉस जाएगा, लेकिन सॉस बनाने की कंपनी भी यहां नहीं लगी. आलू नहीं चिप्स जाएगा. एक निजी व्यवसाई के कंपनी की जानकारी दे कर वाहवाही लेते हैं. सरकारी क्षेत्र की फैक्ट्री यहां नहीं लगाई गई. हजारीबाग एयरपोर्ट को उन्होंने चुनावी मुद्दा बनाया था लेकिन वह मुद्दा भी कोरा कागज में रह गया.

ये भी पढ़ेंः

लोकसभा चुनाव 2024ः गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी का रिपोर्ट कार्ड, जानिए कितने वादे हुए पूरे, कितने रहे अधूरे

लोकसभा चुनाव 2024: चतरा सांसद का रिपोर्ट कार्ड, वादे कितने अधूरे, कितने पूरे

Last Updated : Mar 17, 2024, 11:05 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details