नई दिल्ली:शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आतिशी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों का खंडन करते हुए प्रेस वार्ता की. प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार ने केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं होने दिया. वहीं, इस दौरान एक अप्रत्याशित घटना ने सभी का ध्यान खींचा, जब एक व्यक्ति ने प्रेस वार्ता के बीच अपना पेट खोलकर दिखाते हुए कहा कि उसे इलाज नहीं मिल रहा है. उसने आप संयोजक केजरीवाल से इलाज दिलाने की मांग की.
प्रधानमंत्री का आरोप और केजरीवाल का जवाब:प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू नहीं होने के कारण गरीबों को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होना पड़ रहा है. इस पर केजरीवाल ने कहा, "आयुष्मान भारत योजना का लाभ केवल उन्हीं को मिलता है, जिनके घर में फ्रिज, टीवी या मोटरसाइकिल नहीं है. दिल्ली सरकार ऐसी किसी शर्त पर भरोसा नहीं करती. हम सभी नागरिकों को, चाहे उनके पास संपत्ति हो या न हो, मुफ्त और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं देते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का मॉडल किसी को भी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं करता. दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं सभी के लिए मुफ्त हैं, चाहे वह गरीब हो या अमीर.
प्रेस वार्ता में हुआ विरोध: प्रेस वार्ता के दौरान एक व्यक्ति अचानक खड़ा हुआ और अपना पेट खोलकर दिखाने लगा. उसने दावा किया कि उसे दिल्ली में इलाज नहीं मिल रहा है और उसने केजरीवाल के दावों को खारिज करते हुए इलाज की मांग की. इस अप्रत्याशित घटना से वार्ता में कुछ देर के लिए हलचल मच गई. केजरीवाल ने उस व्यक्ति को शांत करते हुए कहा, "तुम मेरे छोटे भाई हो बैठो, हम तुम्हारा इलाज कराएंगे." उन्होंने तुरंत अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि उस व्यक्ति का नाम और मोबाइल नंबर नोट किया जाए और उसकी मदद की जाए.