जयपुर.कथावाचक जया किशोरी ने शनिवार को एक बार फिर अपने मधुर भजनों और कथा से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. जया किशोरी की कथा नानी बाई रो मायरो को सुनने के लिए जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर प्रांगण में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. कथा के दौरान जया किशोरी ने प्रसंगों के जरिए भक्त और भगवान के बीच के रिश्ते को भी समझाया. साथ ही युवा वर्ग को बुजुर्गों के साथ समय व्यतीत करने के लिए प्रेरित किया.
भक्त नरसी की हुंडी का प्रसंग : कथावाचक जया किशोरी के मुख से नानी बाई रो मायरो कथा का श्रवण करने के लिए जयपुर सहित प्रदेश भर से भक्ति गोविंद देव जी मंदिर प्रांगण में जुटे. सत्संग भवन में अपनी जगह बनाने के लिए श्रद्धालु 2 घंटे पहले से ही यहां पहुंच गए और फिर मधुर भजनों के साथ जया किशोरी ने अपना कथा वाचन शुरू किया. उन्होंने बताया कि ईश्वर को भक्त की भक्ति स्वीकार करने के लिए स्वयं उपस्थित होना पड़ता है. भगवान में जब भक्त की अटूट निष्ठा और भक्ति हो जाती है, तब भगवान स्वयं भक्त के कष्ट हरने और उसका मन रखने के लिए कार्य करते हैं. भक्त नरसी की हुंडी का प्रसंग भी बताया कि किस तरह सांवरिया सेठ ने भक्त नरसी की हुंडी स्वीकारी.