वाराणसी : भोलेनाथ के प्रिय महीने सावन की शुरुआत आज से हो गई है. आज (22 जुलाई) सावन का पहला सोमवार है. यह सावन का महीना बेहद खास है, क्योंकि इस बार पांच सोमवार पड़ने वाले हैं. सावन के पहले सोमवार के मौके पर काशी बोल बम के जयकारों से गूंज रही है. कल देर रात से ही शिव भक्त अपने आराध्य के दर्शन पाने के लिए लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दे रहे थे.
सोमवार सुबह बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती के बाद आम भक्त मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे हैं. मंदिर में वीआईपी सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है. मंदिर में भीड़ को देखते हुए हर सोमवार को सभी तरह के पास निरस्त कर दिए गए हैं. वीआईपी सुविधा भी पूरी तरह से बंद की गई है. सोमवार सुबह कांवरियों का स्वागत कमिश्नर कौशल राज शर्मा और मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने पुष्प वर्षा के साथ किया है और रेड कार्पेट पर सभी का वेलकम किया जा रहा है.
सावन के पहले दिन काशी में हर मंदिर हर शिवालय में हर हर महादेव और बोल बम का जयकारा सुनाई दे रहा है. बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में ऐसे भी कण-कण में शिव हैं. माना जाता है और सावन के महीने में तो काशी एक अलग ही रंग में नजर आती है. आज सावन का पहला सोमवार है और सुबह भोलेनाथ की भव्य मंगला आरती और श्रृंगार संपन्न हुआ है. मंदिर के मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने बाबा भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार किया और फिर मंगला आरती संपन्न हुई. मंगला आरती के बाद मंदिर आम भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया और सुबह से कतारबद्ध होकर लगातार भक्त दर्शन कर रहे हैं.
मंदिर के मुताबिक, रविवार को ही अकेले 3 लाख से ज्यादा शिव भक्तों ने भोलेनाथ के दर्शन किए हैं. यह सिलसिला लगातार कल से ही जारी है और आज भी लगभग 6 लाख से ज्यादा भक्तों के दर्शन करने का अनुमान लगाया जा रहा है. जिस तरह से सुबह से लगातार भीड़ बनी हुई है, वह शाम तक अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ने की ओर अग्रसर हो रही है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि भक्तों की सुविधा के लिए तमाम उपाय किए गए हैं. रेड कार्पेट पर सभी शिव भक्तों का वेलकम किया जा रहा है. उस पर वर्षा के साथ भक्तों का स्वागत किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इस वर्ष श्रावण मास पर सुरक्षा एवं सुविधा के लिए अनेक नवाचार प्रथम बार किया जा रहा है. काशीवासियों के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी. गेट नं- 4 से पूर्व सटे हुए गोदौलिया की तरफ से द्वार 4B बनाया गया है. रविवार को हुई बैठक में काशीवासियों के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि द्वार 4B (काशी द्वार) से उनके दर्शन का परीक्षण हो रहा था जो सुचारू ढंग से चला, इसके दृष्टिगत श्रावण मास में यह व्यवस्था सोमवार तिथियों तथा अन्य पर्व की तिथियों को छोड़ कर लागू किया जा रहा है, जो मंगलवार से प्रभावी रहेगा. काशी वासियों के लिए सावन के सोमवार व पर्व दिवसों के अतिरिक्त प्रतिदिन सुबह 4 से 5 बजे स्पर्श दर्शन व शाम 4 से 5 झांकी दर्शन की सुविधा उपलब्ध रहेगी. इस द्वार से प्रवेश के लिए काशी के दर्ज पते (एड्रेस) वाला आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र एपिक कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि आईडी कार्ड मान्य होगा. अतः किसी प्रकार के भुगतान आधारित प्रवेश पास की आवश्यकता नहीं होगी.
इस वर्ष प्रथम बार दर्शन के लिए गेट नंबर 4 से पूर्व, मैदागिन की तरफ प्रवेश के लिए द्वार 4A (सिल्को गली होते हुए) बनाया गया है. इस वर्ष प्रथम बार ही सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार पर विशेष परिस्थितियों में भीड़ के दबाव को कम करने के लिए अतिरिक्त भीड़ को सरस्वती पार्क स्थित रैंप पर लगाए जाने कि व्यवस्था की गई है. प्रथम बार ही शामियाने की व्यवस्था से छाया सुनिश्चित की गई है. इसी प्रकार इस श्रावण मास में प्रथम बार सावन पर श्री काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन-पूजन के लाइव दर्शन की भी सुविधा उपलब्ध है. लाइव दर्शन को मंदिर न्यास की वेबसाइट, मंदिर न्यास के आधिकारिक यू- ट्यूब चैनल एवं आधिकारिक प्रसारण साझीदार टाटा स्काई के प्लेटफार्म से स्ट्रीम किया जा रहा है. घाट की तरफ से खड़ी चढ़ाई वाली सीढ़ियों पर श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए रेलिंग भी इंस्टॉल की गई है. इस वर्ष यह भी नवीन व्यवस्था की गई है जिससे पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं को इंडस्ट्रियल एयर कूलर के माध्यम से उमस एवं गर्मी से राहत मिल सके.
सुलतानपुर के मंदिरों में उमड़ा सैलाब
सावन के प्रथम सोमवार को सुलतानपुर के लंभुआ तहसील के गौरी शंकर शिव मंदिर शाहपुर, बाबा जनवारी नाथ धाम सैतापुर सराय लंभुआ, शिव मंदिर नौगवां, शिवलिंग भगौतीपुर, प्राचीन शिव मंदिर शिवगढ़, लम्भुआ नगर पंचायत के सर्वोदय नगर में स्थित प्राचीन शिव मंदिर समेत आदि मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. इस दौरान सभी भक्त बम-बम भोले के नारे लगाते हुए जलाभिषेक करते दिखाई दिए.
अयोध्या में नागेश्वर नाथ मंदिर पर शिव भक्तों का तांता
रामनगरी अयोध्या में आज सावन के पहले सोमवार पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान के बाद प्राचीन नागेश्वर नाथ और क्षीरेश्वर नाथ मंदिर पर जलाभिषेक किया. इस दौरान सुरक्षा लेकर व्यापक इंतजाम किया गया है. गर्भगृह सहित पूरे मंदिर परिसर को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है. अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक, भीड़ को देखते हुए सरयू घाट और नागेश्वरनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों पर भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
मेरठ में अपनी बारी का इंतजार करते दिखे शिवभक्त
सावन का पहले सोमवार मेरठ के प्रसिद्ध मंदिरों में हजारों शिवभक्त सुबह चार बजे से ही पूजा-अर्चना करने पहुंच रहे हैं. वहीं, इस बीच सावन के पहले ही दिन घंटों झमाझम बरसात हुई. हजारों की संख्या में अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्धालु बारिश में ही भीगते रहे और अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए. मेरठ कैंट क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध औघड़नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी सारंग त्रिपाठी ने बताया कि सुबह 3 बजे से शिवभक्तों का तांता लगा हुआ है.