लखनऊ : देश आज कारगिल विजय दिवस का जश्न मना रहा है. इस युद्ध को आज 25 साल पूरे हो गए हैं. साल 1999 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान सेना को धूल चटाते हुए कारगिल में भारत का परचम बुलंद किया था. ऑपरेशन विजय में हमारी सेना ने अदम्य साहस और पराक्रम का परिचय दिया था. देश आज अपने उन शहीद वीर जांबाजों को भी याद कर रहा है. लखनऊ में मध्य कमान स्थित युद्ध स्मारक स्मृतिका पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे और उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
मध्य कमान की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. सबसे पहले यहां उन्होंने शहीद वीर जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया. स्मृतिका पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए याद किया. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेना की विजिटर बुक पर हस्ताक्षर भी किए. इस दौरान मध्य कमान के सीनियर अधिकारी मौजूद रहे. युद्ध स्मारक स्मृतिका में साल 1962 से लेकर अब तक के शहीद जवानों के नाम अंकित हैं. परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं की प्रतिमाएं भी यहां लगी हुईं हैं.
मुख्यमंत्री ने उन कारगिल के वीर जवानों को नमन किया. इसके बाद वह कारगिल शहीद स्मृति वाटिका के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए. यहां पर शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. कारगिल के पराक्रमियों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा.
बता दें कि साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ था. इस युद्ध में भारतीय सेना ने अपनी ताकत का परिचय विश्व को करा दिया था. पाकिस्तान सेना और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके हजारों सैनिकों को मार गिराया और कारगिल की जंग फतह की थी. आज देश कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती हर्षोल्लास के साथ मना रहा है. अपने उन वीर जवानों को नम आंखों से नमन कर रहा है.
शहीदों के परिवारों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित : कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती शुक्रवार को लखनऊ मिलिट्री स्टेशन में मनाई गई. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, मध्य कमान उपस्थित रहे. सशस्त्र बलों की बेहतरीन परंपराओं को कायम रखने वाले अपने वीर साथियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिक एकत्र हुए. सूर्या ऑडिटोरियम में एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया, जहां कुल 12 पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, शहीदों के परिवार के सदस्यों और सेवारत सैन्य कर्मियों को उनके बलिदान के सम्मान में मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया.
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सशस्त्र बलों की प्रशंसा की. सीमाओं पर निरंतर चौकसी और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए देश के नागरिकों की ओर से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय का जश्न मनाने के लिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. आज ही के दिन 25 साल पहले भारतीय सेना ने लद्दाख के द्रास सेक्टर में दुश्मन द्वारा कब्जा की गई ऊंची चौकियों को वापस लिया था. युद्ध का कारण घुसपैठियों का नियंत्रण रेखा पर सर्दियों में खाली की गई चौकियों पर कब्ज़ा था. यह संघर्ष 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ. जब भारतीय सेना ने घुसपैठियों से कब्जा की गई सभी चौकियों को वापस ले लिया.