कांवड़ यात्रा 2024 की तैयारी पर मेरठ से संवाददाता श्रीपाल तेवतिया की खास रिपोर्ट. (Video Credit : ETV Bharat)
मेरठ :कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है. सोमवार (22 जुलाई) से सावन मास की शुरुआत होगी. इसके बाद कांड़ियों की लंबी लंबी कतारे सड़कों पर दिखने लगेंगी. कांवड़ यात्रा पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा आयोजन माना जाता है. ऐसे में शासन के साथ साथ प्रशासनिक स्तर से भी तमाम इंतजाम किए गए हैं. इसकी निगरानी स्वयं मेरठ जोन के एडीजी ध्रुव कुमार ठाकुर कर रहे हैं.
कांवड़ यात्रा 2024 की तैयारियों का जायजा लेते अधिकारी. (Photo Credit: ETV Bharat) एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि पुलिस और प्रशासन ने आसपास के पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें की हैं. कांवड़ यात्री यूपी के मेरठ मुजफ्फरनगर सहारनपुर से होते हुए कई राज्यों से होकर निकलती है. यात्रा को लेकर आईजी और कमिश्नर भी अलग अलग स्तर पर तैयारियों को जांच परख रहे हैं. कांवड़ मार्ग के रास्तों को ठीक कराया गया है. मार्ग दुरुस्त कराए गए हैं. बागपत जिले के प्रसिद्ध पुरा महादेव मंदिर तक रास्ता दुरुस्त कराते हुए पर्याप्त बिजली व्यवस्था कराई गई है.
कांवड़ यात्रा 2024 की तैयारी बैठक में मौजूद अधिकारी. (Photo Credit: ETV Bharat)
एडीजी के मुताबिक ट्रैफ़िक डायवर्जन तय कर दिया गया है. 22 जुलाई रात से हैवी व्हीकल को निकालने के लिए निरंतर कार्य कराया जा रहा है. 28 जुलाई के बाद पूरी तरह से हैवी व्हीकल का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. क्राउड मैनेजमेंट को लेकर आखिर के 5 से 6 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं. डाक कांवड़ की निगरानी काफी चुनौतीपूर्ण होती है. जो शिवभक्त कांवड़ के साथ डीजे लेकर चलते हैं. उनके लिए डीजे की ऊंचाई और चौढ़ाई को नियंत्रित रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही यह भी प्रयास है कि कोई भड़काऊ ऑडियो न प्ले करे.
एडीजी जोन के अनुसार कांवड़ मार्ग के दुकानदारों को नाम पट्टीका लगाना अनिवार्य किया गया है. इससे किसी को कोई परेशानी भी नहीं होनी चाहिए. यह पुरानी व्यवस्था है और जो भी शासन के निर्देश हैं, उनका पालन करना सुनिश्चित कराया जाएगा. यह किसी समुदाय के भी प्रति भेदभाव करने के लिए नहीं है. सामान्य रूप से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया है. उत्तराखंड सरकार ने भी इसे लेकर निर्देश दे दिया है.
एडीजी डीके ठाकुर बताते हैं कि पिछली बार जो कांवड़िए ज्यादा डीजे लेकर चले थे, उन्हें नोटिस दिया है. उत्तराखंड से डीजे असेंबल होकर चलते हैं. वहां की पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड और यूपी की पुलिस के जिम्मेदार यह सुनिश्चित करेंगे कि डीजे की ऊंचाई निर्धारित से ज्यादा न हो. ईटीवी भारत के माध्यम से एडीजी डीके ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि कावड़ यात्रा को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सौहार्द पूर्ण माहौल में सम्पन्न कराने में सहयोग करें.
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