कानपुर:शहर के बर्रा थाना क्षेत्र से कुछ दिनों पहले एक शिक्षिका के घर से 25 लाख रुपये के जेवर चोरी हुए थे. इस मामले में रेल बाजार थाना प्रभारी और थाने के एक सिपाही ने चोरी का माल तो पूरा बरामद कर लिया, लकिन, आरोप है की पूरे जेवरातों की बरामदगी न दिखाते हुए जेवरों का खुद इस्तेमाल किया गया. वही, जब पूरे मामले की जानकारी पुलिस आयुक्त अखिल कुमार को मिली, तो सिपाही आमिल हाफिज को लाइन हाजिर कर दिया गया. वहीं 4 पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए हैं.
रेल बाजार थाना प्रभारी विजय दर्शन शर्मा को लीव पर भेज दिया गया है. डीसीपी पूर्वी एसके सिंह का कहना था, एडीसीपी पूर्वी राजेश श्रीवास्तव को जांच सौंपी गयी है. वहीं, कानपुर में इस मामले की चर्चा जोरों पर है. कमिश्नरेट पुलिस के अफसर लगातार अपराध नियंत्रण के जो ठोस दावे करते हैं, उस संदर्भ में इस मामले से अफसरों की बहुत अधिक किरकिरी हो रही है.
अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि थाना बर्रा क्षेत्र में हुई चोरी की पुलिस जांच कर रही थी. इसमें पता चला कि चोर ने रेल बाजार क्षेत्र में एक सर्राफा व्यापारी को सोना बेचा था. व्यापारी के टच में कुछ पुलिसकर्मी भी थे. उन्होंने सोना अपने पास रख लिया था. इन आरोपों की जांच के लिए टीम गठित की गई थी. प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर थाना प्रभारी रेलबाजार विजय दर्शन शर्मा, उप निरीक्षक यू/टी नवीन श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल सुभाष तिवारी व हेड कांस्टेबल हामिल हफीज को निलंबित कर दिया गया है.