कानपुर: शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित सिविल लाइंस में कुछ दिनों पहले सिविल लाइंस निवासी एकता गुप्ता की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने ग्रीनपार्क स्टेडियम के जिम ट्रेनर विमल सोनी को बतौर आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मंगलवार देर शाम कोतवाली पुलिस को आरोपी विमल की पुलिस कस्टडी रिमांड मिल गई थी.
बुधवार को रिमांड के दौरान आरोपी विमल ने पुलिस को बताया, जिस डीएम आवास के बगल में बने ऑफीसर्स क्लब परिसर में उसने एकता के शव को गाड़ा था. वहां पर पहले से ही चार-पांच फीट का गड्ढा बना था. जब पुलिस ने इस बात की पुष्टि करने के लिए आरोपी विमल की ओर से बताए गए पुताई कर्मियों के नाम लिए, तो उन पुताई कर्मियों को भी मौके पर बुलाया गया. विमल के बयान से उनके बयान का मिलान किया गया, तो यह बात सही निकली. पूरे मामले को लेकर डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया, कि एकता हत्याकांड के पूरे घटनाक्रम को लेकर आरोपी विमल से कई घंटों तक पूछताछ चली. अभी कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस को मिलना बाकी हैं.
पुलिस आरोपी विमल सोनी को ले जाते हुए (ETV BHARAT) इसे भी पढ़े- कानपुर एकता गुप्ता हत्याकांड; 48 घंटे की पुलिस रिमांड पर आरोपी विमल सोनी, क्राइम सीन भी होगा रीक्रिएट
स्मार्टफोन और बैंक को लेकर आरोपी ने नहीं दिया कोई जवाब:एकता हत्याकांड के आरोपी विमल सोनी ने डीसीपी पूर्वी एसके सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मियों को रिमांड में पूछताछ के दौरान बताया, कि वह एकता की हत्या करने के बाद लाश को लेकर सबसे पहले गंगा बैराज पहुंचा था. उसका इरादा था वह एकता के शव को गंगा बैराज में ही कहीं पर ठिकाने लगा दे. लेकिन, वह इतनी हिम्मत नहीं जुटा सका. उसके बाद लौट कर वह डीएम ऑफिस के बगल में बने ऑफीसर्स क्लब कंपाउंड में आया. जहां थोड़ी देर रुकने के बाद 4-5 फिट का गड्ढा बना देखते ही एकता के शव को वहीं पर गाड़ दिया. एकता के स्मार्टफोन और जिम में ले जाने वाले बैग को लेकर आरोपी विमल सोनी ने कोई जवाब नहीं दिया. इसी तरह उसने बताया, खुद एकता उससे मिलने के लिए ग्रीन पार्क स्टेडियम के बाहर निकली थी,और वह गाड़ी में आकर बैठ गई थी. जहां पर दोनों के बीच सबसे पहले झगड़ा हुआ था, इस झगड़े में ही आरोपी विमल ने एकता की हत्या कर दी.
डीएम आवास के पास ही मिला आरोपी विमल की बाइक: बुधवार को आरोपी विमल सोनी की बाइक डीएम आवास के आसपास ही खड़ी मिली. जब इस बाबत पत्रकारों ने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों से सवाल किया, तो अफसरों की ओर से किसी तरीके का जवाब नहीं दिया गया. वहीं पूरे शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि, जब कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने कुछ दिन पहले एकता हत्याकांड के आरोपी विमल सोनी को अरेस्ट कर लिया था तो उस बाइक को डीएम आवास के आसपास से क्यों नहीं हटाया गया.
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