नूंह:हरियाणा के नूंह में बाग एवं नर्सरी पिनगवां में कैथली बेर सबको अपनी मिठास से लोगों को लुभा रहे हैं. कैथली बेर देखने में भले ही हरे रंग का हो लेकिन इसकी मिठास शहद से कम नहीं है. एक बार जो इस बेर को खाता है वो बार-बार इसी बेर की डिमांड करता है. कैथली बेर से न सिर्फ बागवानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है, बल्कि लोगों को स्वाद भी काफी अच्छा मिल रहा है.
कैथली बेर की बागवानी: बीते करीब 27 सालों से राजकीय बाग एवं नर्सरी पिनगवां में कैथली बेर करीब साढ़े चार एकड़ में लगाया गया है. वैसे तो राजकीय बाग व नर्सरी में 10 एकड़ बेर का बाग है, लेकिन गोला बेर पर कैथली हमेशा भारी पड़ता है. हर साल बेर से बागवानी विभाग को अच्छा खासा राजस्व प्राप्त होता है. साथ ही विभाग इसे ठेके पर देता है. वह सभी इससे अच्छा खासा मुनाफा कमाता है और बहुत से लोगों को बेर तोड़ने का रोजगार भी मिलता है.
कैथली बेर की है काफी डिमांड: जिला बागवानी अधिकारी डॉ. दीन मोहम्मद ने बताया कि इस बेर की दूर-दराज तक डिमांड है. कैथल के बागों में यह वैरायटी है, उसी की वजह से इसका नाम कैथली बेर पड़ा है. डॉक्टर दीन मोहम्मद ने बताया कि अन्य वैरायटी के बेर से कैथली की वैरायटी 20 फीसदी अधिक महंगे भाव पर बिकती है और इसके खरीदारों की संख्या भी ज्यादा होती है.