नई दिल्ली:दिल्ली में कैलाश दीपक अस्पताल के डॉ. मीतेश शर्मा MS और उनकी टीम ने मिलकर 72 वर्षीय रोगी का बिना ओपन हार्ट सर्जरी के सफल ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (TAVI) प्रक्रिया से इलाज किया. उनकी टीम में जो विशेषज्ञ शामिल थे. उनमें MCh, चीफ कार्डियो वेसक्युलर थोरेसिक सर्जन व उनकी हार्ट टीम में डॉ. राजेश चौहान -चीफ कार्डियेक एनेस्थेटिस्ट, डॉ. जीतेन्द्र शर्मा- कंसलटेंट कार्डियेक सर्जन, डॉ. राहुल पाटिल- कंसलटेंट कार्डियेक एनेस्थेटिस्ट, कार्डियोलोजीस्ट और कैथलेब और ओ.टी की टीम शामिल रही.
क्षतिग्रस्त एओर्टिक वाल्व को बिना चीरा लगाए प्रतिस्थापित किया
इस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए, क्षतिग्रस्त एओर्टिक वाल्व को बिना चीरा लगाए प्रतिस्थापित किया गया. इस सफल ऑपरेशन का नेतृत्व कैलाश दीपक अस्पताल ने किया. बरेली से आए रोगी को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. सात साल पहले डॉ. मीतेश शर्मा ने उनकी बाईपास ओपन हार्ट सर्जरी की थी. हाल ही में किए गए CT स्कैन और कोरोनरी एंजियोग्राफी से पता चला कि तीनों बाईपास ग्राफ्ट ठीक से काम कर रहे हैं. इकोकार्डियोग्राफी से पता चला कि उनके एओर्टिक वाल्व में गंभीर संकुचन आ गया है. रोगी दोबारा ओपन सर्जरी नहीं कराना चाहते थे, जिसमें जटिलताएं अधिक थीं. इसीलिए TAVI प्रक्रिया का निर्णय लिया गया जो सफल रही.
TAVI प्रक्रिया क्या है?