जोधपुर में ट्रिपल मर्डर केस (Video : Etv Bharat) जोधपुर. बनाड़ थाना क्षेत्र में बुधवार को दिन दहाड़े हुए ट्रिपल मर्डर के शवों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है. इस बीच गंभीर घायल संतोष के सिर से कुल्हाड़ी निकलने की घटना हुई थी, जो की अब उसकी स्थिति में सुधार है. आईसीयू में उसका उपचार चल रहा है. अगले 24 घंटे सही सलामत निकलने पर उसकी रिकवरी तेज होगी. पुलिस के लिए इस मामले को खोलने के लिए उसकी रिकवरी मददगार होगी, क्योंकि वह घायल और चश्मदीद भी है.
इधर, पुलिस ने घटना के बाद जो जानकारियां जुटाई, उससे पुलिस को लग रहा है कि हत्यारा कोई नजदीकी व्यक्ति या रिश्तेदार हो सकता है, जो घर में आसानी से घुसा और हत्या कर चला गया. घर गांव के बाहरी क्षेत्र में होने से उसे कोई देख नहीं पाया, जिसका फायदा उसने उठाया. सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने तेजी से अहम साक्ष्य जुटाए हैं. यही कारण है कि रात को पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने जल्द खुलासे का दावा किया है.
इसे भी पढ़ें :बड़ी वारदात : महिला को कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतारा, दो बच्चियों को टांके में डुबोकर मार डाला - Jodhpur Triple Murder
पुलिस के मुताबिक, पुखराज कुड़िया के घर में ही मर्डर हुए थे, लेकिन उस समय उसकी पत्नी और बच्चे नहीं थे. वह खुद मजदूरी पर गया था. घर पर उसकी मां भंवरी देवी और बहन संतोष और उसकी बेटियां थीं. पुखराज की पत्नी गोमा देवी अपनी जेठानी के साथ बाहर गई थी. उनके साथ पांच साल का कुलदीप भी गया था. शाम करीब पौने पांच बजे जब गोमा देवी वापस लौटी तो घर में सास का शव और संतोष के सिर में कुल्हाड़ी लगी देखी. चारों और खून ही खून था. उसने पुखराज को इस बारे में जानकारी दी, जिसने फिर पुलिस को सूचना दी थी.
दस बजे बाद अस्पताल पहुंचे शव :घटना के बाद परिजन और ग्रामीण हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़ गए. पुलिस को शव नहीं उठाने दिए. डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के साथ मौके पर ही दो दौर की वार्ता हुईं, जिसमें सात दिन में पूरा खुलासा करने का आश्वासन दिया गया. तब कही जाकर शव को घर से हटा कर अस्पताल पहुंचाया जा सका. जिसके कारण पोस्टमार्टम आज गुरुवार को होगा. फिलहाल विरोध के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है.
बता दें कि कांग्रेस नेता संगीता बेनीवाल भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई. सभी की मांग है कि पुलिस इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा करें और आरोपियों को गिरफ्तार करें. साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भी दिया जाए. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक मामले का खुलासा नहीं होगा, तब तक यहां से नहीं हटेंगे.