रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बाबूलाल मरांडी से सरना धर्म कोड और ओबीसी आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को बताना चाहिए कि उन्होंने 2001 में पिछड़ी जातियों का आरक्षण 27% से घटाकर 14% क्यों कर दिया था.
जेएमएम नेता यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि पीएम को भी यह जवाब देना चाहिए कि अगर आप ओबीसी विरोधी नहीं हैं, तो आपने ईडब्ल्यूएस को आरक्षण क्यों दिया? क्या आपने ईडब्ल्यूएस को आरक्षण देकर एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण पर हमला नहीं किया.
'जनादेश का मूड देखकर घबरा गए हैं पीएम'
जेएमएम नेता ने कहा कि 03 चरण का मतदान पूरा हो चुका है और लगभग आधी लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. अब तक के मतदान से जनता का मूड देखकर साफ है कि जनता बदलाव चाहती है. इसलिए घबराहट में प्रधानमंत्री वो सारी बातें कहने लगे हैं, जो चुनाव में नहीं कहनी चाहिए. सुप्रियो ने कहा कि पीएम की जुबान से भैंस, मंदिर, मुसलमान जैसे शब्द निकल रहे हैं. यह सीधे तौर पर इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि इस बार जनादेश इंडिया गठबंधन के पक्ष में है.
'राहुल गांधी की रैलियों ने झारखंड का मूड साफ कर दिया'
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राहुल गांधी की चाईबासा और बसिया में हाल ही में हुई ऐतिहासिक चुनावी रैलियों ने साफ कर दिया है कि राज्य की जनता भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार से मुक्ति चाहती है और उनका जनादेश इंडिया गठबंधन के पक्ष में जाएगा. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चाईबासा में जहां प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली की, उसी जगह राहुल गांधी की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से तीन गुना ज्यादा लोगों की भीड़ ने साफ कर दिया है कि झारखंड की जनता भाजपा को केंद्र से दूर भेजने वाली है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव ने इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो भारतीय जनता पार्टी के छोटे नेता भी टोपी पहनकर हिंदुओं को मुसलमान बनाने लगे हैं, ताकि चुनावी लाभ मिल सके. सुप्रियो भट्टाचार्य ने रांची लोकसभा सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा खोले गए मीडिया कार्यालय पर भी सवाल उठाए और कहा कि यह भवन आदिवासियों की जमीन पर बना है, इससे साफ पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों के बारे में क्या सोचती है.