रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री के हेट स्पीच के मामले में कार्रवाई करने में चुनाव आयोग दंत विहीन हो जाता है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग ने दो राष्ट्रीय दलों को नोटिस भेजा है, इसमें से एक स्टार प्रचारक पीएम मोदी हैं.
रांची में मीडिया से बात करते हुए झामुमो केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र और भाजपा सांसद दिलीप घोष के नाम से नोटिस भेजा. लेकिन उनको नोटिस देने वाला चुनाव आयोग वाराणसी के सांसद नरेंद्र दामोदर दास मोदी के नाम से नोटिस क्यों नहीं भेजा यह बड़ा सवाल है. चुनाव आयोग को दंत विहीन बताते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस आयोग को शिव सेना के एक स्लोगन पर आपत्ति हो जाती है और स्वतः संज्ञान ले लेता है.
वही आयोग बिहार के एक भाजपा सांसद गिरिराज सिंह के हेट स्पीच पर सो मोटो यानी स्वतः संज्ञान क्यों नहीं लेता. क्या आयोग केवल विपक्ष के नेताओं के बयान और स्लोगन पर स्वतः संज्ञान लेने के लिए है. भाजपा नेताओं द्वारा हर दिन किये जा रहे नफरती भाषा पर आयोग चुप क्यों रहता है. इसके अलावा सुप्रियो भट्टाचार्य ने ये तमाम बातें इस प्रेस वार्ता में कहीं.
EVM पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की गलत व्याख्या कर रहे भाजपा के नेता
आज ईवीएम पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर पीएम के वक्तव्य को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की गलत व्याख्या कर रहे हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने जो भी फैसला दिया है वह सबको मान्य है लेकिन पीएम को यह भी बताना चाहिए कि अदालत ने कहा है कि आगे जब भी शिकायत मिलेगी, इस मामले को सुनेंगे. कोर्ट ने कहा है कि अगर प्रत्याशी चाहे तो VVPAT से निकली पर्ची की गिनती करा सकते हैं. यह बात भी सार्वजनिक मंच से पीएम को बताना चाहिए.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पीएम चोरी और सीनाजोरी करते हैं, यह चुनावी चंदे के मामले में साबित हो गया है. झारखंड में गुरुवार को प्रथम चरण के चार लोकसभा क्षेत्र में चुनाव में नामांकन का अंतिम दिन था. इनमें से 03 सीट भाजपा के पास थी. अर्जुन मुंडा के साथ साथ भाजपा उम्मीदवारों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए क्या-क्या काम किया है.