रांची: भारतीय जनता पार्टी की ओर से रविवार को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र के रूप में जारी किया गया है. भाजपा के इस संकल्प पत्र को राज्य की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोकतंत्र में पार्टी की अवधारणा को समाप्त कर अधिनायकवादी राजनीति की ओर देश को ले जाने की सोच वाला डाक्यूमेंट्स करार दिया है.
भाजपा का घोषणा पत्र अधिनायकवादी राजनीति की ओर कदमः सुप्रियो
झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या ने केंद्रीय कैंप कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि आज संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की सोच के विपरीत सोच वाली पार्टी ने अपना संकल्प पत्र उनकी जयंती पर जारी किया है. इस संकल्प पत्र से पहली बार ऐसा लगा कि देश में पॉलिटिकल पार्टी की अवधारणा को समाप्त कर अधिनायकवादी राजनीति की ओर कदम बढ़ा दिया गया है. आज जो संकल्प पत्र जारी किया गया वह भाजपा का घोषणा या संकल्प पत्र नहीं, बल्कि मोदी की गारंटी पत्र है. मतलब यह कि जो घोषणा पत्र जारी हुआ वह भाजपा का नहीं, बल्कि मोदी की गारंटी है.
झामुमो नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि एक तानाशाह के सामने भाजपा ने समर्पण कर दिया है. झामुमो नेता ने कहा कि आज जारी भाजपा के संकल्प पत्र के मूल में यही है कि "तुम जनता कुछ पूछो मत, सिर्फ वोट दो". ऐसे में इस संकल्प पत्र रूपी पत्रिका की भी क्या जरूरत थी.
बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर मौन क्यों हैं भाजपा के नेताः झामुमो
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि आज एक नया शब्द गढ़ा गया सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर... यह क्या होता है? क्या धरातल पर फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए उनके पूंजीपति मित्र हैं. झामुमो नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि आईएलओ के अनुसार देश में बेरोजगारी दर, इंटरनेशनल हंगर इंडेक्स में भारत का स्थान, एनीमिया, कुपोषण पर पीएम मोदी और भाजपा के नेताओं ने चुप्पी क्यों साध रखी है. किसानों के आंदोलन, देश की सुरक्षा, प्रकृति को बचाने, नारी सम्मान, मणिपुर की घटना का जिक्र क्यों नहीं संकल्प पत्र में है.
क्या आदिवासी राष्ट्रपति के बंधे हाथों से बढ़ेगा जनजातीय गौरवः झामुमो
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 जयंती को अगले वर्ष जनजातीय गौरव अभियान के रूप में मनाने की बात कही है. ऐसे में प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए की क्या एक आदिवासी राष्ट्रपति के बंधे हाथ से धरती आबा का वंदन होगा, भारतीय जनता पार्टी के नेता कोई यह बताए कि एक जनप्रिय आदिवासी मुख्यमंत्री को साजिश रच कर फंसा दिया जाएगा, यह जनजातीय समाज का कौन सा गौरव हो रहा है.
भाजपा का घोषणा पत्र व्यक्ति विशेष की गारंटी