रांची: युवाओं के मुद्दे पर भाजयुमो की आक्रोश रैली के दौरान हुए बवाल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि धर्म, जाति, वैमनस्य और सांप्रदायिकता फैलाने की मानसिकता रखने वाली पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पहले से ही यह मन बनाकर आये थे कि उन्हें विधि व्यवस्था को तोड़ना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से घबराई भाजपा युवाओं में भ्रम फैलाना चाहती है. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश करने और पुकिसकर्मियों पर हमला करने वाले भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उन पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाए और कानूनी कार्रवाई हो .
हर साल दो करोड़ नौकरी के वादे पर जवाब दे केंद्र सरकार
झामुमो नेता विनोद पांडेय ने कहा कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा और उसके नेताओं ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा कर के सत्ता पायी थी, लेकिन 10 वर्षों से देश के नौजवानों को केवल ठगा गया है. देश का युवा समझदार है और भाजपा के भेदभाव और सांप्रदायिक खेल को समझ चुका है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की चाल, चरित्र और चेहरा क्या है वह देश और झारखंड के युवा जान चुके हैं. यही वजह है कि भाजपा की युवा आक्रोश रैली से युवा नदारद रहे और सिर्फ भाजपा के नेता अपनी राजनीति चमकाने और विधानसभा का टिकट सुरक्षित करने के लिए रैली में नजर आए.
पुलिस को बलपूर्वक कार्रवाई के लिए उकसाया
झामुमो नेता ने कहा कि भाजपा नेताओं का उद्देश्य ही पुलिस को उकसाना था, ताकि बलपूर्वक कार्रवाई की जाए.विनोद पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार को अपने हर नागरिक की सुरक्षा की चिंता है, किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जा सकता.
युवाओं का सीएम हेमंत पर अटूट विश्वास
उन्होंने कहा कि राज्य के नौजवानों को युवा आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर अटूट विश्वास है. इसका प्रमाण झारखंडी अधिकार मार्च में उमड़ा युवाओं के सैलाब को देख कर मिल गया है. राज्य का हर नागरिक यह देख और समझ चुका है कि किस प्रकार लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित लोकप्रिय हेमंत सरकार को भाजपा अस्थिर करने के लिए कितने निचले स्तर पर जा कर षड्यंत्र करती रही है.
केंद्र और भाजपा सरकार ने हेमंत के खिलाफ लगातार ईडी के पीछे से स्वांग रचा, राजभवन से सरकार के महत्वपूर्ण विधेयकों को कानून बनने से रुकवाया गया, जब यह सब काम नहीं आया तो साजिश रचकर हेमंत सोरेन को पांच महीने जेल में डाल दिया.
हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से बीजेपी में बौखलाहट
भाजपा की साजिशन की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई से हेमंत सोरेन की लोकप्रियता और बढ़ जाने के बाद भाजपा को अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह झारखंड में अपनी खोई राजनीतिक जमीन को कैसे वापस हासिल करें, यही वजह है कि मुद्दा और नेता विहीन भाजपा बौखलाहट में है.