रांची: कोल्हान टाइगर के नाम से विख्यात झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेताओं में से एक रहे पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन विधिवत आज एक बड़े कार्यक्रम में अपने बेटे बाबूलाल सोरेन के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. हेमन्त सोरेन के जेल जाने के बाद पांच महीने तक बतौर मुख्यमंत्री, राज्य की सत्ता को संभालने वाले चम्पाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में JMM ने भाजपा के उसी एजेंडे को हथियार बनाया है जिसे अक्सर भाजपा के नेता कहते रहते हैं.
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि आज भाजपा के भव्य मंच पर पिता-पुत्र (चम्पाई-बाबूलाल) ने भाजपा की सदस्यता ली ऐसे में भाजपा के नेताओं को जवाब देना चाहिए कि क्या राज्य की सत्ता पाने कि खातिर उन्होंने "राजनीति में परिवारवाद" के मुद्दे की तिलांजलि दे दी? झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे तो पूरी भाजपा में कई ऐसे नेता हैं जो राजनीति में परिवारवाद की वजह से ही हैं. आज का धुर्वा, HEC परिसर में सजा भाजपा का मंच यही बता रहा था कि भारतीय जनता पार्टी के कथनी और करनी में कितना अंतर है. वहीं कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि आज राजनीतिक रूप से चम्पाई सोरेन का अंतिम संस्कार हो गया.
अगर ख्वाब में भी राज्य में सरकार बनाएगी भाजपा तो पहले हिस्सेदारी की लड़ाई होगी- JMM
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार पांडे ने कहा कि जिस पार्टी में पांच-पांच पूर्व मुख्यमंत्री हों वहां सभी के स्वार्थ को कैसे पार्टी शांत कर पाएगी यह बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर ख्वाब में भी भारतीय जनता पार्टी राज्य में सरकार बनती दिखेगी तो वहां भी हिस्सेदारी की लड़ाई शुरू हो जाएगी.
चम्पाई दा, फिर झामुमो में आएंगे- JMM
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में चंपाई सोरेन को सम्मान नहीं मिलेगा और वह वहां घुटन का एहसास करेंगे. ऐसे में एक बार फिर चंपाई सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा में वापसी होगी. इसके लिए सिर्फ समय का इंतजार करना होगा.
भाजपा के नेताओं को चम्पाई सोरेन से लगा है झटका-कांग्रेस