रांची: भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. झारखंड निर्माण के 25 वर्ष को देखते हुए भाजपा ने 25 संकल्प के तहत 150 कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया है.
वहीं भाजपा के संकल्प पत्र को झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और सीपीआई के नेताओं ने तीखा हमला बोला है. भाजपा के संकल्प पत्र को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय, कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जेएमएम नेता ने इन बिंदुओं पर उठाए सवाल
भाजपा के संकल्प पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि आज जहां पर भाजपा ने संकल्प पत्र जारी किया वहां मंच पर किसी बैनर-होर्डिंग में धरती आबा की एक भी तस्वीर नहीं थी. उन्होंने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में सरना धर्म कोड का जिक्र नहीं है. झामुमो नेता ने कहा कि राज्य की जनता यह नहीं भूली है कि कैसे राज्य के एक लोकप्रिय आदिवासी को जेल भेज दिया गया.
झूठ और फरेब है बीजेपी का संकल्प पत्र-कांग्रेस
वहीं झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाजपा ने संकल्प पत्र नहीं बल्कि जनता के साथ फरेब पत्र जारी किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 2014 से यहां की जनता उनके वादों को सुन रही है उनके वादे सिर्फ जुमले बनकर रह गए हैं. उन्होंने कहा कि अब घुसपैठ की बात कही जा रही है जबकि घुसपैठ रोकना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है. वहीं आदिवासी का हितैषी बताने वाले लोग असम के टी-ट्राइब और सरना कोड पर मौन है.