जामताडा: दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी लगातार दो बार से चुनाव जीत रहे इरफान अंसारी जामताड़ा सीट से चुनावी मैदान में हैं. जिनकी लड़ाई भाजपा के सीता सोरेन से है तो वहीं इस बार इस चुनाव में जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है. जिनके प्रत्याशी का मानना है कि इस बार चुनाव में जामताड़ा की जनता परिवर्तन करेगी.
जामताड़ा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जेएलकेएम बिगाड़ रहा खेल!
जामताड़ा में मतदान 20 नवंबर को निर्धारित है. जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आ रही है क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज होती जा रही हैं. इसी कारण चुनाव प्रचार भी काफी तेज कर दिया गया है. चुनाव सभा के साथ-साथ क्षेत्र में जन संपर्क इभियान भी जोर शोर से किया जा रहा है.
जामताड़ा विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस से दो बार लगातार चुनाव जीतते आ रहे है इरफान अंसारी इस बार इंडिया गठबंधन से तीसरी बार प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. वहीं भाजपा ने इस बार सोरेन परिवार की बहू सीता सोरेन को मैदान में उतार कर कांग्रेस के गढ़ को खत्म कर के इस सीट पर कमल खिलाना चाहती है.
इन दोनों पार्टियों के बीच जेएलकेएम ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है. अपना प्रत्याशी उतार कर जेएलकेएम ने इन दोनों के बीच का खेल बिगड़ने में लगी हुई है. दोनों की लड़ाई में जेएलकेएम प्रत्याशी चुनाव जीतने के फिराक में है. इस लड़ाई में जेएलकेएम कितना सफल हो पाती है यह तो फिलहाल कहना कठिन है. लेकिन जयराम महतो की पार्टी और उनके प्रत्याशी जोर-शोर से लगे हुए है. दोनों की लड़ाई में जेएलकेएम बाजी मारने के फिराक में है.
इस बार जामताड़ा की जनता चाहती है परिवर्तन
जामताड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे जेएलकेएम प्रत्याशी तरूण गुप्ता ने कहा कि जामताड़ा विधानसभा चुनाव में इस बार जनता परिवर्तन चाहती है. उनका मानना है कि जामताड़ा की जनता इस बार उन्हें मौका देगी और जामताड़ा से जेएलकेएम की जीत होगी. इनका यह भी कहना है कि जामताड़ा विधानसभा से लगातार कांग्रेस के विधायक चुनाव जीतते आ रहे हैं, लेकिन जिनके वोटों से वह चुनाव जीते रहे हैं आज तक उन आदिवासी समाज के लिए कुछ नहीं किया है.