सागर: सोमवार को ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील की गंगा आरती की गई. इस दौरान स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन और सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने झील के पानी से आचमन किया. विधायक शैलेंद्र जैन पिछले एक महीने से लाखा लेक के पानी को गंगा जल का दर्जा देकर हर सोमवार को आरती करते हैं. जीतू पटवारी ने पिछले दिनों झील के सौंदर्यीकरण के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. साथ ही पटवारी ने विधायक पर तंज कसते हुए झील के पानी से आचमन करके आरती करने को कहा था. इस सोमवार की आरती, शैलेन्द्र जैन ने जीतू पटवारी की चुनौती को स्वीकार करते हुए झील के पानी से आचमन कर आरती करी.
चारों तरफ झील का सौंदर्यीकरण किया गया
लाखा बंजारा झील सागर शहर की पहचान मानी जाती है. सागर जब स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल हुआ तो लाखा बंजारा झील के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण की योजना बनाई गयी. करोड़ों रुपए खर्च कर झील में मिलने वाले नालों को बंद किया गया. झील के बीचो-बीच एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया गया, चारों तरफ झील का सौंदर्यीकरण किया गया. पिछले महीने स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन ने झील संरक्षण से स्थानीय लोगों को जोड़ने के लिए झील को गंगा मां का सम्मान देकर गंगा आरती की शुरुआत की.
विधायक और सांसद ने झील के पानी का किया आचमन
पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सागर पहुंचे थे. लाखा बंजारा झील के पानी को गंगा जल का दर्जा देकर की जा रही आरती को लेकर उनसे सवाल किया गया. जीतू पटवारी ने कहा था कि, झील के सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार में भारी भ्रष्टाचार हुआ है. अगर विधायक गंगा मां के समान, सम्मान कर रहे हैं तो क्या वह उसके पानी से आचमन कर सकते हैं. शैलेन्द्र जैन ने उसकी चुनौती स्वीकार करते हुए सोमवार की आरती से पहले झील के पानी से आचमन किया और उनके साथ सागर की सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने भी उसी पानी से आचमन किया.