जींद:हरियाणा के जींद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां कैंसर मरीज की मौत के चार दिन बाद फर्जी हस्ताक्षर कर मशीनरी के नाम पर 52 लाख रुपये का लोन ले लिया. यहां तक कि गारंटर को नोटिस दिया तो उसके हस्ताक्षर भी नकली पाए गए. खबर है कि सास ने बेटे व अन्य के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया. बैंक मैनेजर व कर्मचारी भी इस साजिश में शामिल थे. मामले का खुलासा होने के बाद शहर थाना पुलिस ने चार लोगों को नामजद कर कुछ बैंक कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
कैंसर पीड़ित के नाम पर लिया लोन: शीतलपुरी कॉलोनी निवासी नरेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सिविल ठेकेदार है. उसका बड़ा भाई राजेश गांव देवरड़ में शादीशुदा था. मई 2023 में उसके भाई का साला शत्रुघ्न तथा रामेहर व एक अन्य व्यक्ति के साथ घर पर आया था. उसने मशीन लोन के लिए उसके गारंटर के लिए दस्तावेज ले लिए. उन्हें बैंक कर्मी को साथ लेकर आने की बात कही थी. दोबारा वे लोग नहीं आए. 9 अक्टूबर 2023 को उसके फोन पर केस होने का संदेश आया. जिसमें उसे गारंटर बनाया था. जब उसने रामेहर से पूछा तो उसने बताया कि लोन उसके कैंसर पीड़ित भाई रमेश के नाम पर लिया गया था.
गारंटर के भी फर्जी हस्ताक्षर: जब उसने बिना हस्ताक्षर के गारंटर बनाने के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिस पर उसने IDFC बैंक रोहतक जाकर पूछताछ की तो बताया गया कि लोन सुरेंद्र व रामेहर की मार्फत हुआ है. कागजातों को बैंककर्मी प्रवीण तथा बैंक मैनेजर ने तैयार किया है. जब उसने दस्तावेजों को निकलवाया तो आवेदन तथा एग्रीमेंट पर उसके गारंटर के तौर पर फर्जी हस्ताक्षर थे. जिस कैंसर पीड़ित रमेश के नाम पर लोन लिया गया था, उसकी मौत 21 मई 2023 को हो गई थी. जबकि उसे लोन 25 मई 2023 को जारी हुआ.