रांची: झारखंड पुलिस में कौन पुलिसकर्मी अनुसंधान में सबसे ज्यादा दक्ष है, इसकी परीक्षा का समय आ गया है. जी हां कौन सा पुलिसकर्मी राज्य में कितना बेहतर है, यह साबित करने के लिए झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट का आगाज हो चुका है.
जैप में हुआ आगाज
19वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट का आगाज मंगलवार को हुआ. पुलिस ड्यूटी मीट के दौरान राज्य भर की आठ टीमों में शामिल 80 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के बीच मुकाबला होगा. जैप वन परिसर रांची में 18 अक्टूबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में कई प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया है. पुलिस ड्यूटी मीट का उद्घाटन झारखंड सरकार के गृह सचिव और डीजीपी ने किया.
पुलिस ड्यूटी मीट के दौरान अनुसंधान की तरह-तरह के तरीके को भी प्रैक्टिकल रूप में दिखाया गया. गृह सचिव वंदना दादेल ने झारखंड पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि आज झारखंड पुलिस की वजह से ही विकास के कार्य जमीन पर उतर रहे हैं. झारखंड पुलिस बेहतरीन काम कर रही है, जिसे और बेहतर करना है.
हर हाल में अपराधियों को सजा दिलवानी है
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि राज्य की सुरक्षा के लिए अपराधियों का जेल में बंद रहना बेहद जरुरी है. बेहतर अनुसंधान से ही दोषियों को सजा दिलाई जा सकती है. इसके लिए झारखंड पुलिस लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि आईटी, साइबर क्राइम, अपराध नियंत्रण, महिलाओं की सुरक्षा सहित अन्य विषयों पर भी दिन-रात पुलिस अधिकारी काम कर रहे हैं.
डीजीपी ने कहा कि अब हमें किसी अपराधी के प्रोफाइल के लिए छापेमारी करने और उसके पीछे भागने की जरुरत नहीं पड़ती. बल्कि एक बटन दबाते ही उसका पूरा प्रोफाइल सामने आ जाता है. बेहतर तकनीक के बल पर अब कांडों का खुलासा संभव है. डीजीपी ने बताया कि पुलिस ड्यूटी मीट तनाव से भरे पल से निकलने का एक जरिया भी है. आने वाले दिनों में ऑल इंडिया पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए हमारे पुलिसकर्मी अच्छी तैयारी कर रहे हैं.