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छह महीने से अध्यक्ष विहीन जेपीएससी, अधर में लटकी परीक्षाएं, अब आंदोलनरत छात्रों ने दी आत्मदाह की धमकी - JHARKHAND PUBLIC SERVICE COMMISSION

जेपीएससी में अब तक अध्यक्ष पद खाली पड़ा है. इस कारण कई जरूरी कार्य प्रभावित हैं. वहीं छात्रों में आक्रोश गहराता जा रहा है.

JPSC Without Chairman
झारखंड लोक सेवा आयोग का दफ्तर और छात्र. (फोटो-ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 8, 2025, 7:02 PM IST

रांची:झारखंड लोक सेवा आयोग यानी जेपीएससी एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर नहीं, बल्कि आयोग में अध्यक्ष का पद पिछले छह महीने से खाली होने की वजह से है. हालत यह है कि सरकार जल्द अध्यक्ष की नियुक्ति होने का भरोसा जरूर दे रही है, मगर अभी तक ना तो अध्यक्ष की नियुक्ति हुई और ना ही कार्यवाहक अध्यक्ष बनाकर लंबित परीक्षा के रिजल्ट जारी किए गए. ऐसे में छात्र आंदोलन पर उतारू हैं और सरकार अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आश्वासन पर आश्वासन देने में जुटी है.

इन सब उलझनों के बीच आयोग में आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं लटकी हुई हैं.सबसे ज्यादा हास्यास्पद स्थिति जेपीएससी की 11वीं से 13वीं सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की है, जो 22 से 24 जून तक आयोजित हुई थी.पिछले छह महीने से रिजल्ट की प्रत्याशा में छात्र सरकार और आयोग के दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं. जाहिर तौर पर तैयार रिजल्ट जारी नहीं होने पर सवाल उठने लगे हैं.

जेपीएससी में खाली पड़े अध्यक्ष पद के कारण उत्पन्न परेशानियों की जानकारी देते छात्र. (वीडियो-ईटीवी भारत)

छात्रों ने दी आत्मदाह की धमकी

छात्र आंदोलन की राह पर हैं, वहीं आयोग चुप्पी साध रखी है. जबकि आयोग के द्वारा मुख्य परीक्षा का परिणाम अगस्त के दूसरे सप्ताह में जारी करने संबंधी सूचना 31 जुलाई 2024 को ही सूचना सार्वजनिक की गई थी. सरकार और आयोग के उदासीन रवैये से नाराज जेपीएससी छात्र लगातार आंदोलन करते रहे हैं और एक बार फिर 15 जनवरी के बाद आयोग कार्यालय के समक्ष आत्मदाह करने की धमकी दी है.

छात्रों की पीड़ा

इस संबंध में छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला ने साफ तौर पर कहा कि यदि 14 जनवरी तक सरकार आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं करती है तो 15 जनवरी के बाद जेपीएससी के छात्र आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे. जेपीएससी अभ्यर्थी परवेज आलम कहते हैं कि अध्यक्ष नहीं होने की वजह से न केवल जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, बल्कि सीडीपीओ, लैब टेक्नीशियन, सहायक प्रोफेसर जैसी परीक्षाएं नहीं हो पा रही हैं. सरकार को चाहिए कि अविलंब या तो अध्यक्ष की नियुक्ति करें, नहीं तो विकल्प के रूप में किसी सदस्य को कार्यवाहक अध्यक्ष ही बना कर आयोग का कामकाज चलाए.

वहीं इस संबंध में एक अन्य जेपीएससी छात्र अभिषेक कुमार कहते हैं कि हाईकोर्ट ने भी जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द से जल्द करने का निर्देश सरकार को दिया था. इसके बावजूद 6 महीने से आयोग अध्यक्ष विहीन है. जिसकी वजह से आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं लंबित पड़ी हुई हैं और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.

जल्द होगी जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्तिः मंत्री

जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जब राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह से पूछा गया तो उनका कहना था कि जल्द ही जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस संबंध में गंभीर हैं और खुद मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात है. हम आश्वस्त करते हैं कि जल्द ही इस विषय में कोई ना कोई निर्णय होगा.

342 पदों पर होनी है नियुक्ति

11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के जरिए 342 पदों पर नियुक्ति होनी है. इसके लिए आयोजित पीटी की परीक्षा में 7011 अभ्यर्थी सफल हुए थे. जेपीएससी ने पीटी का रिजल्ट 22 अप्रैल को जारी किया था. जिसके बाद आनन-फानन में मुख्य परीक्षा आयोजित की गई थी और साक्षात्कार की तिथि भी आयोग ने घोषित कर दी. मगर आयोग के अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होते ही कामकाज ठप हो गया और एक बार फिर छात्र आंदोलन करने को मजबूर हो गए.

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