रांची:पूरे राज्य में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी अपने अंतिम चरण में है. 15 अगस्त यानी लोकतंत्र के महापर्व को मनाने को लेकर लोगों में बेहद उत्साह देखने को मिल रही है. वहीं, दूसरी तरफ झारखंड पुलिस पूरी तरह से स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलर्ट है. खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष नजर रखी जा रही है. साल 2023 में नक्सलियों ने 14 अगस्त की रात को चाईबासा में हमला कर दिया था, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर सहित दो जवान शहीद हो गए थे. नक्सलियों के हमले में झारखंड जगुआर के सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और हवलदार गौतम शहीद हो गए थे. जिसकी वजह से इस बार नक्सल इलाकों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सुरक्षाबलों के मूवमेंट को लेकर भी सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है.
काला झंडा फहराने की कोशिश करते हैं नक्सली
हथियार के बल पर सत्ता हथियाने का ख्वाब देखने वाले नक्सली अक्सर 15 अगस्त के अवसर पर काला झंडा फहराने समेत बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर दहशत फैलाने की साजिश करते हैं. जिसे नाकाम करने के लिए नक्सल प्रभावित जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों के साथ-साथ सामान्य जिलों में भी पुलिस को लगातार गश्त करने की हिदायत दी गई है. पुलिस मुख्यालय के द्वारा आदेश जारी कर नक्सलियों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है, खासकर नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों पर. भाकपा माओवादी हर साल 15 अगस्त के मौके पर अपने प्रभाव वाले इलाके में काला झंडा फहराने की कोशिश करते हैं.
दुमका-रांची में भी कड़े सुरक्षा का इंतजाम
वैसे तो पूरे झारखंड में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा, लेकिन राजधानी रांची और दुमका में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन विशेष होता है. राजधानी रांची में जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झंडोत्तोलन करेंगे तो वहीं, दुमका में राज्यपाल झंडोत्तोलन करेंगे. ऐसे में दोनों जगहों की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. राजधानी और उप राजधानी दोनों जगह सुरक्षा के साथ-साथ ट्रैफिक की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है. ट्रैफिक रूट का भी निर्धारण कर दिया गया है.