रांची: झारखंड में खासकर संथाल परगना के जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले इन दिनों सुर्खियों में हैं. इससे जुड़े मामले की झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है और इस पर खूब राजनीति भी हो रही है. इन सबके बीच झारखंड के दो गैर सरकारी संगठनों झारखंड जनाधिकार महासभा और लोकतंत्र बचाओ अभियान ने बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण संथाल में आ रहे डेमोग्राफी चेंज और हाल में उस इलाके में हुई घटनाओं की सच्चाई जानने की कोशिश की.
दोनों गैर सरकारी संगठनों का दावा है कि उनकी फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्यों ने 22 और 23 अगस्त को संथाल के कई इलाकों का दौरा कर हकीकत जानने की कोशिश की और जो रिपोर्ट तैयार की गई है, उसे मीडिया के माध्यम से राज्य की जनता के सामने पेश किया जा रहा है.
बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण नहीं हुआ डेमोग्राफी चेंज
टीम ने पाकुड़ और साहिबगंज जिले के हाल के दिनों में हुई बड़ी घटनाओं वाले इलाकों जैसे गायबधान, गोपीनाथपुर, तारानगर इलामी, केकेएम कॉलेज आदि का दौरा कर छात्रों, पीड़ितों, आरोपियों, दोनों पक्षों के ग्रामीणों, ग्राम प्रधानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं से विस्तृत चर्चा की. साथ ही मामलों में दर्ज प्राथमिकी और संबंधित दस्तावेजों के साथ-साथ वर्ष 1901 से अब तक की जनगणना के आंकड़ों, उससे संबंधित जनगणना रिपोर्ट, गजेटियर और क्षेत्र की डेमोग्राफी से संबंधित शोध पत्रों का अध्ययन करने के बाद पाया कि जमीनी हकीकत में बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के कारण इन इलाकों में कोई डेमोग्राफी चेंज नहीं हुआ है. इस इलाके में रहने वाले मुसलमान भारतीय और बांग्लादेशी मुसलमान हैं. इन इलाकों में मिले तथ्य भाजपा के सांप्रदायिकता फैलाने के दावों से कोसों दूर हैं.
रिपोर्ट में क्या है
जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गायबथान गांव में एक आदिवासी परिवार और मुस्लिम परिवार के बीच 30 वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा था. इसी विवाद में दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी, जबकि केकेएम कॉलेज के आदिवासी छात्र संघ के छात्रों ने 27 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया था, इससे एक रात पहले पुलिस ने कॉलेज के छात्रावास में छात्रों की पिटाई की थी.
तारानगर इलामी की घटना के बारे में टीम ने कहा कि विवाद तब शुरू हुआ जब एक मुस्लिम लड़के ने एक हिंदू लड़की की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की. हिंदू परिवार ने कथित मुस्लिम लड़के और उसकी मां की पिटाई कर दी, जिसके बाद मुस्लिम महिला की मौत की अफवाह फैलने पर बड़ी संख्या में मुसलमानों ने हिंदू समूह के साथ तोड़फोड़ और मारपीट की. इसी तरह गोपीनाथपुर में बकरीद पर कुर्बानी के विवाद में बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के गांव के मुसलमानों और गोपीनाथपुर के हिंदुओं के बीच हिंसक झड़प हुई.
स्थानीय लोगों के कारण हुए सारे विवाद