चतराः जिला पुलिस को टीएसपीसी नक्सलियों के विरोध सफलता मिलने के बाद नक्सल विरोधी अभियान में निकली पुलिस की टीम और जवानों के हौसला अफजाई के लिए डीजीपी अनुराग गुप्ता और डीआईजी सुनील भास्कर गुरुवार को चतरा पहुंचे.
इस दौरान डीसी रमेश घोलप और एसपी विकास पांडेय की मौजूदगी में डीजीपी और डीआईजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जिसके बाद समाहरणालय के सभाकक्ष में पुलिस पदाधिकारी के संग आयोजित बैठक में डीजीपी व डीआईजी शामिल हुए. इस दौरान डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चतरा सहित झारखंड पुलिस को टीएसपीसी नक्सलियों के विरुद्ध बड़ी सफलता मिली है.
झारखंड डीपीजी अनुराग गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड में नक्सलवाद कहां हैं, ये सभी अपराधी है. टीपीसी, जेजेएमपी, टीएसपीसी का नाम गिनाते हुए कहा कि ये लोग अपराधी हैं, इनके बड़े-बड़े मकान हैं, गाड़ियां हैं, ये सभी अपराधी ही हैं. इन्हें नक्सली बताकर ऐसे अपराधियों का सम्मान बढ़ाना नहीं चाहिए. पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि चतरा जिला के साथ साथ प्रदेश में अफीम की खेती पर नकेल कसी जाएगी. इसके लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है.
बता दें कि चतरा पुलिस ने टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर हरेन्द्र गंझू व दस्ते में शामिल इश्वरी गंझू को एनकाउंटर में मार गिराया. पुलिस की टीम ने दस्ते में शामिल एक अन्य नक्सली गोपाल गंझू को गिरफ्तार किया है. ये एनकाउंटर सदर थाना क्षेत्र के गनियोतरी जंगल में हुआ. पुलिस बल के साथ एनकाउंटर में मारा गया हरेंद्र गंझू उर्फ रामदास भोक्ता उर्फ सुरेश गंझू सदर थाना क्षेत्र के कारी देवरिया गांव का रहने वाला है. ईश्वरी गंझू उर्फ घुटारी गंझू उर्फ पेरू वशिष्ठनगर जोरी थाना क्षेत्र के गुब्बे गांव का रहने वाला है.