हजारीबाग: झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने हजारीबाग के समाहरणालय में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने पुलिस पदाधिकारी को चेतावनी भी दी कि अगर कोई भी पदाधिकारी नशे के कारोबार में संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन्होंने जेल से अपराध रोकने, महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने और पुलिस प्रशासन को आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि जब आप सुबह उठकर वर्दी पहनें तो भावना यह होनी चाहिए कि आम जनता की सेवा कैसे की जाए. इस उच्चस्तरीय बैठक में जोनल आईजी एस माइकल राज, डीआईजी सुनील भास्कर, एसपी अरविंद कुमार सिंह समेत हजारीबाग जिले के कई वरीय पदाधिकारी मौजूद थे.
समीक्षा बैठक के बाद डीजीपी ने कहा कि वे चतरा गए थे. उन्होंने कहा कि चतरा से वापस हजारीबाग आ गया हूं. मैंने दोनों जगहों पर उक्त कांडों की समीक्षा की है, उन्होंने कहा कि चतरा में टीएसपीसी के दो उग्रवादी मारे गए हैं. उस ऑपरेशन में शामिल पदाधिकारी से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया गया है. उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि चतरा में हाल के दिनों में अफीम की खेती, ब्राउन शुगर का धंधा और उपयोग, बिक्री और खपत क्षेत्र में बढ़ी है. अपराधी दिन में ब्राउन शुगर का सेवन करते हैं और रात में चोरी जैसे अपराध को अंजाम देते हैं. हमारा उद्देश्य इस धंधे को पूरी तरह से बंद करना है. दो पैकेट ब्राउन शुगर के साथ किसी को पकड़कर उपलब्धि नहीं दिखाई जा सकती. पकड़े गए व्यक्ति से सही तरीके से पूछताछ होनी चाहिए और वहां तक पहुंचना ही उद्देश्य है.
उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी पुलिस इस मामले में संलिप्त पाया गया तो उसे विभाग से निकाल दिया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. जेल में अपराध रोकने और संगठित अपराध को रोकने के लिए पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया गया है. जेल से रंगदारी पर रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए थाने से लेकर वरीय पुलिस अधिकारी तक कहीं भी अपनी शिकायत दर्ज कराने का विकल्प खुला है. इसके लिए मैं एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी कर रहा हूं.