रांची: झारखंड में महागठबंधन की चंपाई सोरेन सरकार आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को केंद्र में रखकर ताबड़तोड़ फैसले ले रही है. 2019 विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड की जनता से किए ज्यादातर वादे पूरे करने के साथ-साथ चंपाई सरकार कुछ ऐसा खास करना चाह रही है. जिससे वह आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर एक बार फिर से झारखंड में सरकार बनाने में सफल हो सके.
इस बीच पहले राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने झारखंड के सभी किसानों का 02 लाख तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की. वहीं, अगले ही दिन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं के 200 यूनिट बिजली बिल को माफ करने की घोषणा कर दी. जिसे लेकर भाजपा ने झारखंड सरकार पर पलटवार किया है. उन्होंने बिजली बिल माफी की घोषणा को हवा-हवाई करार दिया है.
लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद चंपाई सरकार को याद आयी जनता: भाजपा
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सरकार द्वारा 200 यूनिट तक की बिजली बिल माफ करने की घोषणा को महागठबंधन सरकार का नया शगूफा करार देते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि चंपाई सरकार को पता है कि घोषणा पूरा होते होते वह सत्ता से बाहर हो जाएंगे इसलिए बिना किसी होमवर्क के धड़ाधड़ घोषणाएं की जा रही है. शिवपूजन पाठक ने कहा कि जब लोकसभा चुनाव में राज्य में इंडिया गठबंधन को करारी हार मिली और 14 में से 09 सीट पर NDA की जीत हो गई तो चंपाई सोरेन सरकार को राज्य की जनता याद आयी. भाजपा नेता ने कहा कि मजेदार बात तो यह है कि 200 यूनिट बिजली बिल माफी की घोषणा करने वाले चंपाई सोरेन की सरकार में उन इलाकों के लोगों को ही बिजली बिल पहुंच रहा है जहां बिजली के पोलों पर तार तक नहीं है. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले चंपाई सरकार जल्दबाजी में फैसला ले रही है ताकि जब वह जनता के सामने जाए तो उनके पास कहने के लिए कुछ हो.