रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने 35 उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी की है. लेकिन इस सूची में बड़े कद वाले उन नेताओं का नाम शामिल नहीं है, जो अभी हाल ही में दूसरे दल से पार्टी में शामिल हुए हैं. ऐसे में वे नेता असमंजस की स्थिति हैं. वहीं झामुमो का कहना है कि ये उनकी खास रणनीति का हिस्सा है. लेकिन सवाल अभी भी यही है कि इन बड़े नेताओं का आगे क्या होगा?
दरअसल, भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष रहीं पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी हों या भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रहे कुणाल षाड़ंगी या फिर सरायकेला में 2019 में चम्पाई सोरेन को टक्कर देने वाले भाजपा के गणेश महली. इन सभी का नाम झामुमो उम्मीदवारों की पहली सूची में नहीं है, ऐसे में सवाल उठने लगा है कि ये नेता जिस उम्मीद से झामुमो में शामिल हुए, उनकी उम्मीद पूरी होगी या नहीं?
हालांकि उम्मीद अभी भी बाकी है, क्योंकि हॉट सीट माना जाने वाला जामा और सरायकेला से अभी भी झामुमो ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. दूसरी ओर, झामुमो की ओर से बताया जा रहा है कि पार्टी रणनीति के तहत महत्वपूर्ण सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की गई है.
महत्वपूर्ण कई सीट पर उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं करना, हमारी रणनीति-झामुमो
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए कई उम्मीदवारों का नाम जारी नहीं करने को एक रणनीति का हिस्सा बताते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि आज रात तक सब कुछ साफ हो जाएगा. मनोज पांडेय ने कहा कि जामा, सरायकेला, जैसे महत्वपूर्ण सीटों पर उम्मीदवारों की सूची एक राजनीतिक रणनीति के तहत जारी नहीं की गयी है.