चाईबासा: राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को चाईबासा के बिहारी क्लब मैदान में झामुमो प्रत्याशी दीपक बिरुआ के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जमकर भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
केंद्र और राज्य सरकार के बीच चुनावी जंग
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आज राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच में चुनावी जंग का बिगुल फूंक चुका है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा और महागठबंधन की सरकार है. उन्होंने कहा कि एक तरफ पूंजीपतियों की सरकार है तो दूसरी तरफ आदिवासी, दलित, पिछड़ा, गरीब -गुरबा, किसान और मजदूरों की सरकार है.
सरकार गिराने के लिए करते रहे मेहनत
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री की सरकार से गिराने के लिए पांच साल तक मेहनत करते रहे, लेकिन गिरा नहीं सके. मुझे जेल तक जाना पड़ा, लेकिन हमारी सरकार नहीं गिरी. लेकिन आज यह लोग फिर से प्रयास में हैं और इसके लिए पूरी ताकत लगा दिए हैं. लगभग एक दर्जन मुख्यमंत्री यहां हमारे विरोध में खड़े हैं. देश के प्रधानमंत्री भी हमारे विरोध में खड़े हैं.
सीएम हेमंत ने भाजपा पर साधा निशाना
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार इस राज्य में थी तो हर तरफ लाठी और गोली चलती थी, सांप्रदायिक दंगे होते थे, तरह-तरह के अत्याचार हो रहे थे. लोगों का भूख से मरना जारी था, बेरोजगारी का पहाड़ खड़ा कर दिया गया था. लेकिन जब हमारी महागठबंधन की सरकार बनी तो हमने काम करना शुरू किया और अपना हक अधिकार मांगना शुरू किया और लोगों तक लाभ पहुंचाना शुरू किया, तो विपक्ष के लोगों के पेट में दर्द हो गया.
झूठा आरोप लगाकर भेजा जेल
हेमंत सोरेन ने कहा कि दो साल तक हमें काफी परेशान किया गया. हम लोग इस जल, जंगल और जमीन के मालिक हैं. हम लोग यहां के खतियान धारी लोग हैं और हमें जमीन का घोटाला करने वाला बताया गया. झूठा आरोप लगाकर हमको जेल में भी डाल दिया गया था. खैर हम उससे घबराते नहीं हैं. कई बार डराने की कोशिश की गई, लेकिन मुझे डरा नहीं सके.