पटनाः बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष पद सेमहेश्वर हजारी के त्यागपत्र देने के बाद जदयू के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र नारायण यादव विधानसभा के नए उपाध्यक्ष होंगे. आज 22 फरवरी को उन्होंने नामांकन का पर्चा भरा है. एनडीए के वो साझा उम्मीदवार हैं. बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष पद बीजेपी को मिला है और उपाध्यक्ष पद पहले भी जदयू के पास था, इस बार भी जदयू को मिल रहा है.
23 फरवरी को उपाध्यक्ष का चुनावः73 वर्षीय नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा जिला के आलमनगर विधानसभा क्षेत्र 1995 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं. विधानसभा में उनका सातवां टर्म है. वे ईमानदार और साफ छवि के नेता है. नरेंद्र राज्य कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं. 23 फरवरी को बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव होगा. इसकी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने दी है.
महेश्वर हजारी बन सकते हैं मंत्रीःनरेंद्र नारायण यादव लघु सिंचाई मंत्री और विधि मंत्री भी रह चुके हैं. नीतीश कुमार के भरोसेमंद माने जाते हैं. वहीं चर्चा है कि उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले महेश्वर हजारी को बिहार सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है, बजट सत्र के बाद 1 मार्च को बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार होना संभव है. उसमें महेश्वर हजारी को जगह दी जा सकती है.
2020 की एनडीए सरकारमें बने थे उपाध्यक्षः बता दें कि 2020 में एनडीए सरकार के समय ही महेश्वर हजारी को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया था. तब से लेकर आज तक वो इसी पद पर थे. कहा जाता है कि मंत्री पद नहीं मिलने से उनके मन में नाराजगी भी थी. महेश्वर हजारी समस्तीपुर से सांसद भी रह चुके हैं. पहले वो कई विभाग में मंत्री रह चुके हैं, अब दोबारा उन्हें मंत्री बनाने की बात चल रही है.
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