पटनाःबिहार में एनडीए की सरकार बन गई लेकिन विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला अब तक ठंडा नहीं हुआ है. इस मामले में जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार पर भी केस दर्ज किया गया है. जिस कारण वे नाराज चल रहे हैं. उन्होंने कुछ नेताओं पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की बात कही है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ऐसे नेताओं को धमकी भी दी. कहा कि चिंटू-पिंटू सबका इलाज हो जाएगा.
'सबका हिसाब होगा': हॉर्स ट्रेडिंग का मामले की जांच ईओयू को दे दिया गया है. इसपर डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि इसकी जांच सीबीआई को दे देना चाहिए. विधायक ने आरोप लगाया है कि किसी के कहने पर मेरे ऊपर केस दर्ज किया गया है. किसने ऐसा करने के लिए कहा है इसका भी पता चल चुका है. इसमें से किसी को भी नहीं बख्सा जाएगा. सबका हिसाब होगा. इसके लिए मुझे किसी की जरूरत नहीं है.
"चिंटू-पिंटू को तो मैं ऐसे ही लेवल में ले आउंगा. इनलोगों को लाइन पर लाने के लिए मुझे किसी की जरूरत नहीं है. सभी पर मानहानि का मुदकमा दर्ज करेंगे. इसकी प्रक्रिया चल रही है. जिसने दिगभ्रमित कर ऐसा करवाया है, उसपर भी कार्रवाई होगी. अनुकंपा पर विधायक बने हैं. कोई दूध पीते बच्चे थोड़े ही है जो किसी के कहने पर केस दर्ज कर दिए. पता चल गया है कि किसके कहने पर यह केस किया गया है. हॉर्स ट्रेडिंग हुआ तो किधर से हुआ और किसने किया? इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए."-डॉ. संजीव कुमार, जदयू विधायक
'अनुकंपा पर बने हैं विधायक, अपना बुद्धि नहीं': संजीव कुमार ने कहा कि कुछ नेता नीतीश कुमार को उलझा कर रखे हुए हैं. लेकिन उन्हें नीतीश कुमार पर भरोसा है. उन्होंने सारी बात बता दी है. उन्होंने केस दर्ज कराने वाले जदयू विधायक सुधांशु शेखर के बारे में कहा कि वे अनुकंपा पर विधायक बने हैं. उन्हें अपना ज्ञान नहीं है. किसी के कहने पर उन्होंने ऐसा किया. उनकी उतनी गलती नहीं है जितनी कराने वालों की है. इसका पता चल चुका है.
क्या है मामला? बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद विधानसभा में विश्वास मत हासिक करना था. इसको लेकर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगा था. जदयू और भाजपा के कई विधायक विधानसभा में वोटिंग करने के लिए नहीं पहुंचे थे. चर्चा थी कि जदयू के किछ विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई. इधर, डॉ. संजीव भी नीतीश कुमार की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए जदयू विधायक ने केस दर्ज कराया था.