पटना: बिहार में टैक्स को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों आरसीपी टैक्स के बाद डीके टैक्स का जिक्र कर सूबे की सियासत को गरमा दिया है. उनके उस बयान के बाद सत्ता पक्ष ने मोर्चा खोल दिया है. पहले ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने 'मामा टैक्स और साला टैक्स' की बात कही थी, अब जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमारने टैक्स की सियासत को आगे बढ़ाया है.
टैक्स पर तेजस्वी को जेडीयू का जवाब: जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू-राबड़ी शासनकाल में कथित तौर पर हुई वसूली को टैक्स का नाम देकर तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश की है. अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर लिखा, 'डीटी मतलब दबंगई टैक्स, एटी मतलब अपहरण टैक्स, आरटी मतलब रंगदारी टैक्स.'उन्होंनेएलटी, टीटी, एमटी और एसटी समेत कई टैक्स का जिक्र कर लिखा कि कुछ लोग हर काम में अपना टैक्स लगा देते हैं.
"बूझो तो जानें. डीटी, एटी, आरटी, एलटी, टीटी, एमटी और एसटी टैक्स. कोई भी काम हो, टैक्स लगा देते हैं. यह तो बिहार की जनता ज्ञानवान है. वह सब कुछ जानती है और इतिहास के पन्नों में इसको समझती भी है."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था?:दरअसल, पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि रिटायर्ड अधिकारी बिहार सरकार को चला रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि डीके टैक्स वसूला जा रहा है. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन निशाना उन सेवानिवृत अधिकारी पर है, जो अक्सर कार्यक्रमों में सीएम नीतीश कुमार के साथ नजर आते हैं.