हल्द्वानी: नैनीताल जिले में मंगलवार 24 सितंबर को हल्द्वानी की गौला नदी में बड़ा हादसा होते-होते बच गया. वैकल्पिक मार्ग बनाते समय अचानक से जल स्तर बढ़ने के कारण जेसीबी मशीन नदी के बीच में फंस गई थी. जेसीबी मशीन पर ड्राइवर समेत दो लोग मौजूद थे, जिन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई.
दरअसल, बीती 12 और 14 सितंबर को हुई भारी बारिश के कारण गौला नदी उफान पर आ गई थी, जिससे हल्द्वानी को पहाड़ों और सितारगंज-खटीमा मार्ग को जोड़ने वाले गौला नदी पर बने पुल की अप्रोच रोड का एक हिस्सा बह गया था. पुल की एप्रोच टूटने के बाद से पुल पर आवागमन बंद है. राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग पुल के अप्रोच को ठीक करने में जुटा हुआ है.
हल्द्वानी की गौला नदी में बीचों-बीच फंसी जेसीबी (ETV Bharat) वहीं, पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से गौलापार-सितारगंज-खटीमा के साथ-साथ पहाड़ों को जाने वाले लोगों को लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ रही है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन अब नदी में पानी कम होने पर वैकल्पिक रास्ता बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे कि छोटे वाहनों को नदी के वैकल्पिक रास्ते से भेजा जा सके.
उपजिला अधिकारी परितोष वर्मा ने बताया कि लोगों की मांग पर जिलाधिकारी ने निर्देश पर गौलापार जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर काम किया जा रहा है. अगले दो-तीन दिनों में ह्यूम पाइप लगाकर वैकल्पिक रास्ते को बना लिया जाएगा, जिस पर यातायात की व्यवस्था को फिर से सुचारु किया जाएगा. इसके साथ ही स्थाई समाधान के साथ गौला पुल में टेक्निकल टीमों के इनपुट्स के हिसाब कार्य योजना तैयार की जा रही है.
मंगलवार को वैकल्पिक रास्ता बनाने के दौरान वन विभाग की जेसीबी नदी के पानी के बीचो-बीच फंस गई थी, जिसके चलते अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया. नदी में इतना पानी था कि जेसीबी डूब गई और उसमें बैठे चालक और परिचालक बीच नदी में फंस गए.
एसडीएम हल्द्वानी परितोष कुमार वर्मा ने बताया कि नदी में अधिक पानी होने के चलते जेसीबी मशीन फंस गई. करीब एक घंटे तक नदी में जेसीबी मशीन फंसी रही. जिसके बाद पोकलैंड मशीन को मौके पर बुलाया गया. पोकलैंड मशीन के माध्यम से जेसीबी को निकाला गया. जेसीबी के चालक और परिचालक सुरक्षित निकल गए हैं.
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