रामगढ़ः रांची-पटना एनएच-33 स्थित चुटूपालू घाटी में एक टेलर शहीद स्थल के समीप अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए सड़क के दूसरे लेन में जा कर पलट गया. हादसे में उस पर लदा पाइप बिखर गया जिसके कारण घाटी देखते ही देखते पूरी तरह जाम हो गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद रामगढ़ पुलिस करीब 3 किलोमीटर तक पैदल चल घटना स्थल पर पहुंची और वनवे लेन में एक ओर से आवागमन किसी तरह चालू कराया और सड़क पर पलटे टेलर और पाइप को हटाने में जुट गई.
यह रामगढ़ जिले का चुटूपालू घाटी क्षेत्र है जिसे मौत की घाटी भी कहा जाने लगा है. घाटी में जैसे ही प्रवेश होता है, वैसे ही बड़े बड़े चट्टानों पर स्लोगन लिखा हुआ है लेकिन इन स्लोगन से न ही एनएचएआई और न ही कोई एजेंसी घाटी क्षेत्र में हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठा रही. घाटी क्षेत्र में कई स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है और चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर लगातार दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
रविवार देर रात घाटी क्षेत्र में फिर भीषण सड़क हादसा हुआ. पाइप लदा टेलर अनियंत्रित हो गया और घाटी क्षेत्र स्थित शहीद स्थल से 200 मीटर दूर टर्निंग पर डिवाइडर पलट गया. उस पर लदा पाइप का सामान पूरी तरह बिखर गया. दुर्घटना में ड्राइवर व खलासी घायल हो गए. घटना के बाद रांची पटना मुख्य मार्ग एनएच 33 घाटी पूरी तरह से दोनों लेन जाम हो गया. घटना की सूचना पर रामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक ओर से आवागमन को शरू कराया. जाम में सैकड़ों फंसी रही. जाम दोनों ओर करीब 7 किलोमीटर तक लग गया था.
घटना स्थल पर पहुंची रामगढ़ पेट्रोलिंग पुलिस ने 2 हाइड्रा मंगा कर सड़क पर बिखरे लोहे के पाइप से बने सामान को हटाने में जुट गई. रामगढ़ थाना के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र चौबे ने बताया कि दुर्घटना की जानकारी के बाद दुर्घटनास्थल पर पहुंच किसी तरह वन वे को चालू कराया. करीब दो घंटे तक सड़क पूरी तरह जाम रहा. इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है. थोड़ी चोट ड्राइवर को लगी है. सड़क पर पलटे टेलर व पाइप को हटाने का प्रयास किया जा रहा है.