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36 दिनों में पांच वांटेड का एनकाउंटर, करीब 24 सलाखों के पीछे, झारखंड से जल्द खत्म होंगे नक्सली - NAXALITES WIPED OUT IN JHARKHAND

झारखंड में नक्सलियों के खात्में की पूरी तैयारी कर ली गई है. सुरक्षाबल इस पर तेजी से काम कर रहे हैं.

Naxalites wiped out in Jharkhand
फील्ड वीजिट के दौरान आईजी अभियान अमोल वी होमकर (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 5, 2025, 6:07 PM IST

Updated : Feb 5, 2025, 6:52 PM IST

रांची: झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने झारखंड से नक्सलियों के पूरी तरह से सफाये का प्लान तैयार किया था. साल के पहले ही महीने में झारखंड पुलिस की सफलता का ग्राफ देखें तो यह डेडलाइन हकीकत में तब्दील होने को तैयार है. मात्र एक महीने में झारखंड पुलिस ने पांच वांटेड नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया है. वहीं दो दर्जन को सलाखों के पीछे भी पहुंचा दिया है.

जानकारी देते आईजी अभियान अमोल वी होमकर (ईटीवी भारत)



पांच का एनकाउंटर

जोनल कमांडर संजय गंझू, एरिया कमांडर शांति देवी, एरिया कमांडर हेमंती मंझिएन और नक्सल कैडर मनोज टुडू अब इस दुनिया में नहीं हैं. वर्षों तक इनका आतंक आम लोगों के बीच था. लेकिन यह चारों जनवरी महीने में ही झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस एनकाउंटर में मार गिराए गए. वहीं स्प्लिंटर ग्रुप के कुख्यात राहुल तुरी को भी पुलिस ने एनकाउंटर में जनवरी महीने में ही मार गिराया. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वी होमकर के अनुसार नक्सल उन्मूलन के लिए जो डीजीपी के द्वारा समय सीमा तय की गई है उसे पर बड़ी ही गंभीरता के साथ कार्रवाई की जा रही है. 1 जनवरी 2025 से लेकर अब तक झारखंड पुलिस को कई बड़ी कामयाबियां हाथ लगी हैं. जिसमें एनकाउंटर में नक्सली मारे गए, बड़े नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई, पुलिस के लूटे हुए हथियार के साथ-साथ नक्सलियों के हथियार भी बरामद किए गए.

Naxalites wiped out in Jharkhand
नक्सलियों से बरामद सामान (ईटीवी भारत)

1 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक चार नक्सली और एक अपराधी मारा गया

आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई जारी है. साल का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए कामयाबी भरा रहा है. बोकारो जिले में 21 जनवरी 2025 को हुए एनकाउंटर में एरिया कमांडर शांति देवी और नक्सली कदर मनोज टुडू को मार गिराया गया. 29 जनवरी 2025 को झारखंड के चाईबासा जिले में एक करोड़ के इनामी नक्सली एनाल्डा की महिला मित्र हेमंत मांगियां और जोनल कमांडर संजय गंझू को एनकाउंटर में मार गिराया गया. वहीं जनवरी महीने में ही स्प्लिंटर ग्रुप के रूप में आतंक मचा रहे हैं राहुल तुरी को भी रामगढ़ में मार गिराया गया.

Naxalites wiped out in Jharkhand
नक्सलियों से बरामद सामान (ईटीवी भारत)



पुलिस के हथियार और गोला बारूद भी बरामद

जनवरी 2025 महीने में झारखंड पुलिस और नक्सलियों के बीच जो एनकाउंटर हुए हैं और जो गिरफ्तारियां की गई उसमें भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए. बरामद हथियारों में वैसे हथियार भी शामिल हैं जो नक्सलियों ने कभी पुलिस से लूट लिए थे. बरामद हथियारों में एक-47 और इंसास जैसे हथियार भी शामिल हैं.

Naxalites wiped out in Jharkhand
Naxalites wiped out in Jharkhand (Naxalites wiped out in Jharkhand)



कितने हथियार हुए बरामद

पुलिस से लूटे हुए 04 हथियार बरामद, कंट्री मेड हथियार कल 06 बरामद, 512 कारतूस बरामद, 24 आईईडी बम बरामद.

Naxalites wiped out in Jharkhand
आईजी अभियान अमोल होमकर (Naxalites wiped out in Jharkhand)

1 महीने में 17 गिरफ्तार

झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि जनवरी 2025 महीने में कई बड़ी गिरफ्तारियां भी की गई हैं. जिनमें 15 लाख के इनामी रणविजय महतो भी शामिल है. जनवरी महीने में कुल 17 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें एक रीजनल कमेटी सदस्य और दो एरिया कमांडर भी शामिल है. जनवरी महीने में जिन प्रमुख नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई है उनमें 15 लाख के इनामी रणविजय महतो, सुनील मुंडा और 2 लाख का इनामी कृष्ण यादव शामिल है.

फरवरी महीने में अब तक दो का सरेंडर

वहीं, फरवरी 2025 महीने में अब तक दो उग्रवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण भी किया है. 4 फरवरी को लातेहार एसपी कुमार गौरव के सामने जेजे एमपी उग्रवादी संगठन के दो उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में चंदन साव और पप्पू साव शामिल है.

सुरक्षाबलों का अभियान जारी, आत्मसमर्पण करने की चेतावनी

आईजी अभियान अमोल होमकर के अनुसार झारखंड पुलिस का आत्मसमर्पण नीति सबसे बेहतर है. ऐसे में नक्सलियों के पास यह मौका है कि वह हथियार डालें. लेकिन जो हथियार नहीं डालकर पुलिस पर हमला करेंगे आम लोगों के साथ अत्याचार करेंगे तो उन्हें पुलिस का सामना करना पड़ेगा और इसमें उनकी जान भी जा सकती है.

फील्ड विजिट लगातार जारी

नक्सलियों के खात्मे का टारगेट लेकर चल रही है झारखंड पुलिस के डीजीपी और आईजी अभियान जैसे बड़े अधिकारी नक्सलियों के खिलाफ लोहा ले रहे हैं अपने जवानों मनोबल बढ़ाने के लिए लगातार फील्ड विजिट भी कर रहे हैं. डीजीपी अनुराग गुप्ता और आईजी अभियान अमोल होमकर बोकारो और चाईबासा में हुए एनकाउंटर के बाद दोनों स्थानों पर पहुंचे थे और वहां पहुंचकर जवानों का उत्साह बढ़ाया. यही वजह है कि झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों के जवान एकजुट होकर नक्सलियों के खिलाफ लोहा ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें:

नक्सलियों की 'राजधानी' को पुलिस ने कैसे किया ध्वस्त, यहां से नक्सली 5 राज्यों में करते थे मूवमेंट, गोलियों की बौछार के बीच बना पहला पिकेट

नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का एक्शन, एके 47 और गोला-बारूद बरामद

रांची: झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने झारखंड से नक्सलियों के पूरी तरह से सफाये का प्लान तैयार किया था. साल के पहले ही महीने में झारखंड पुलिस की सफलता का ग्राफ देखें तो यह डेडलाइन हकीकत में तब्दील होने को तैयार है. मात्र एक महीने में झारखंड पुलिस ने पांच वांटेड नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया है. वहीं दो दर्जन को सलाखों के पीछे भी पहुंचा दिया है.

जानकारी देते आईजी अभियान अमोल वी होमकर (ईटीवी भारत)



पांच का एनकाउंटर

जोनल कमांडर संजय गंझू, एरिया कमांडर शांति देवी, एरिया कमांडर हेमंती मंझिएन और नक्सल कैडर मनोज टुडू अब इस दुनिया में नहीं हैं. वर्षों तक इनका आतंक आम लोगों के बीच था. लेकिन यह चारों जनवरी महीने में ही झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस एनकाउंटर में मार गिराए गए. वहीं स्प्लिंटर ग्रुप के कुख्यात राहुल तुरी को भी पुलिस ने एनकाउंटर में जनवरी महीने में ही मार गिराया. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वी होमकर के अनुसार नक्सल उन्मूलन के लिए जो डीजीपी के द्वारा समय सीमा तय की गई है उसे पर बड़ी ही गंभीरता के साथ कार्रवाई की जा रही है. 1 जनवरी 2025 से लेकर अब तक झारखंड पुलिस को कई बड़ी कामयाबियां हाथ लगी हैं. जिसमें एनकाउंटर में नक्सली मारे गए, बड़े नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई, पुलिस के लूटे हुए हथियार के साथ-साथ नक्सलियों के हथियार भी बरामद किए गए.

Naxalites wiped out in Jharkhand
नक्सलियों से बरामद सामान (ईटीवी भारत)

1 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक चार नक्सली और एक अपराधी मारा गया

आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई जारी है. साल का पहला महीना झारखंड पुलिस के लिए कामयाबी भरा रहा है. बोकारो जिले में 21 जनवरी 2025 को हुए एनकाउंटर में एरिया कमांडर शांति देवी और नक्सली कदर मनोज टुडू को मार गिराया गया. 29 जनवरी 2025 को झारखंड के चाईबासा जिले में एक करोड़ के इनामी नक्सली एनाल्डा की महिला मित्र हेमंत मांगियां और जोनल कमांडर संजय गंझू को एनकाउंटर में मार गिराया गया. वहीं जनवरी महीने में ही स्प्लिंटर ग्रुप के रूप में आतंक मचा रहे हैं राहुल तुरी को भी रामगढ़ में मार गिराया गया.

Naxalites wiped out in Jharkhand
नक्सलियों से बरामद सामान (ईटीवी भारत)



पुलिस के हथियार और गोला बारूद भी बरामद

जनवरी 2025 महीने में झारखंड पुलिस और नक्सलियों के बीच जो एनकाउंटर हुए हैं और जो गिरफ्तारियां की गई उसमें भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए. बरामद हथियारों में वैसे हथियार भी शामिल हैं जो नक्सलियों ने कभी पुलिस से लूट लिए थे. बरामद हथियारों में एक-47 और इंसास जैसे हथियार भी शामिल हैं.

Naxalites wiped out in Jharkhand
Naxalites wiped out in Jharkhand (Naxalites wiped out in Jharkhand)



कितने हथियार हुए बरामद

पुलिस से लूटे हुए 04 हथियार बरामद, कंट्री मेड हथियार कल 06 बरामद, 512 कारतूस बरामद, 24 आईईडी बम बरामद.

Naxalites wiped out in Jharkhand
आईजी अभियान अमोल होमकर (Naxalites wiped out in Jharkhand)

1 महीने में 17 गिरफ्तार

झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि जनवरी 2025 महीने में कई बड़ी गिरफ्तारियां भी की गई हैं. जिनमें 15 लाख के इनामी रणविजय महतो भी शामिल है. जनवरी महीने में कुल 17 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें एक रीजनल कमेटी सदस्य और दो एरिया कमांडर भी शामिल है. जनवरी महीने में जिन प्रमुख नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई है उनमें 15 लाख के इनामी रणविजय महतो, सुनील मुंडा और 2 लाख का इनामी कृष्ण यादव शामिल है.

फरवरी महीने में अब तक दो का सरेंडर

वहीं, फरवरी 2025 महीने में अब तक दो उग्रवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण भी किया है. 4 फरवरी को लातेहार एसपी कुमार गौरव के सामने जेजे एमपी उग्रवादी संगठन के दो उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में चंदन साव और पप्पू साव शामिल है.

सुरक्षाबलों का अभियान जारी, आत्मसमर्पण करने की चेतावनी

आईजी अभियान अमोल होमकर के अनुसार झारखंड पुलिस का आत्मसमर्पण नीति सबसे बेहतर है. ऐसे में नक्सलियों के पास यह मौका है कि वह हथियार डालें. लेकिन जो हथियार नहीं डालकर पुलिस पर हमला करेंगे आम लोगों के साथ अत्याचार करेंगे तो उन्हें पुलिस का सामना करना पड़ेगा और इसमें उनकी जान भी जा सकती है.

फील्ड विजिट लगातार जारी

नक्सलियों के खात्मे का टारगेट लेकर चल रही है झारखंड पुलिस के डीजीपी और आईजी अभियान जैसे बड़े अधिकारी नक्सलियों के खिलाफ लोहा ले रहे हैं अपने जवानों मनोबल बढ़ाने के लिए लगातार फील्ड विजिट भी कर रहे हैं. डीजीपी अनुराग गुप्ता और आईजी अभियान अमोल होमकर बोकारो और चाईबासा में हुए एनकाउंटर के बाद दोनों स्थानों पर पहुंचे थे और वहां पहुंचकर जवानों का उत्साह बढ़ाया. यही वजह है कि झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों के जवान एकजुट होकर नक्सलियों के खिलाफ लोहा ले रहे हैं.

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नक्सलियों की 'राजधानी' को पुलिस ने कैसे किया ध्वस्त, यहां से नक्सली 5 राज्यों में करते थे मूवमेंट, गोलियों की बौछार के बीच बना पहला पिकेट

नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का एक्शन, एके 47 और गोला-बारूद बरामद

Last Updated : Feb 5, 2025, 6:52 PM IST
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