जालोर: कांग्रेस नेता व जालोर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे वैभव गहलोत बुधवार को जालोर पहुंचे. जहां वे कलेक्ट्रेट के सामने जवाई बांध के पानी पर जालोर का एक तिहाई हिस्सा तय करने की मांग को लेकर 23 दिनों से महापड़ाव पर बैठे किसानों से मुलाकात की. साथ ही कहा कि पूर्व की अशोक गहलोत सरकार की जवाई पुनर्भरण योजना को समयबद्ध पूरा करती तो किसानों को महापड़ाव करने की नौबत नहीं आती.
वैभव गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जवाई पुनर्भरण के लिए करीब 2500 करोड़ की योजना बनाई थी और टेंडर भी हो गए थे, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया. इस सरकार ने किसानों का एक साल बर्बाद कर दिया. वैभव गहलोत ने कहा कि कांग्रेस किसानों के हित में सदैव सोचती है. इस मामले को लेकर आगे बात की जाएगी.
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गहलोत ने किसानों से की चर्चा : इससे पहले वैभव गहलोत बुधवार दोपहर 12.00 बजे राजीव गांधी भवन जालोर पहुंचे और समस्त कांग्रेसजनों से मुलाकात की. जिला प्रवक्ता योगेंद्र सिंह कुम्पावत ने बताया कि लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत किसान महापड़ाव कार्यक्रम में पहुंच कर किसानों से मुलाकात की, साथ ही उनकी मांगों सहित समस्याओं को सुना. वहीं, मीडिया से रूबरू होकर वैभव गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने जवाई पुर्नभरण योजना का पैसा स्वीकृति कर दिया था. टेंडर भी जारी हो गए थे, लेकिन अभी तक भाजपा सरकार ने कार्य नहीं किया है. पिछला एक वर्ष बर्बाद हो गया है.
हमारी सरकार ने जवाई पुनर्भरण को लेकर ठोस एवं वास्तविक कदम उठाए थे. भाजपा सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं को अगर समयबद्ध तरीके से बढ़ाती तो यह समस्या उत्पन नहीं होती. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतागण किसानों से वायदा करके गए थे, उन्होंने अपने भाषणों में जवाई नदी को पुनर्जीवित करने की बात कही थी, लेकिन जब नदी को पुनर्जीवित करने की बात आई तो वह सभी नेता मौन धारण कर बैठ गए हैं. मजबूरन किसानों को को विगत कई दिनों से आंदोलन करना पड़ रहा है, लेकिन अभी तक भाजपा के विधायक, सांसद एवम राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए.
उसके बाद वैभव गहलोत सहित सभी कांग्रेसजनों ने जिला कलेक्टर जालोर से मुलाकात कर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा स्वीकृत जवाई पुनर्भरण योजना, माही का पानी जालोर लाने एवं जवाई नदी पुनर्जीवित करने के वादे पूरे करने के सम्बंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.