जयपुर जिले का क्रिकेट फिर होगा गुलजार जयपुर. जयपुर जिला क्रिकेट संघ के चुनाव जल्द करवाए जा सकते हैं. इससे उम्मीद है कि यहां का क्रिकेट फिर पटरी पर लौट सकता है. जयपुर जिला क्रिकेट संघ में पिछले पांच साल से चुनाव नहीं हो पाए हैं. एडहॉक कमेटी ही जयपुर का क्रिकेट चला रही है.
साल 2018 में जेडीसीए के चुनाव हुए और अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री महेश जोशी ने जीत दर्ज की थी. जबकि उनके करीबी मोहम्मद इकबाल, डॉ बीआर सोनी से पांच वोटों से हार गए थे. चुनाव में महेश जोशी अध्यक्ष और डॉ विमल सोनी सचिव चुने गए. तब से ही जेडीसीए में आपसी मनमुटाव और विवादों की शुरूआत हो गई. इसके बाद 30 जनवरी, 2020 को सहकारिता रजिस्ट्रार ने जयपुर जिला क्रिकेट संघ की कार्यकारिणी को भंग कर दिया और एडहॉक कमेटी बना दी थी. जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंच गया.
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इधर एडहॉक कमेटी का समय आगे बढ़ता रहा और कन्वीनर भी बदलते गए. हालिया दिनों में जेडीसीए की एडहॉक कमेटी को 21 जून 2024 तक का समय मिला है. मौजूदा कन्वीनर अखिलेश मित्तल का कहना है कि अब कमेटी जल्द ही चुनाव कराने की प्लानिंग कर रही है. साथ ही खिलाड़ियों के लिए कई नवाचार कर रही है. इसके साथ ही जयपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट की एक वेबसाइट भी तैयार की गई है.
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एक मंच पर आने को तैयार:जयपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में डॉक्टर विमल सोनी और मोहम्मद इकबाल के बीच विवाद चल रहा है और ये दोनों ही एसोसिएशन के सचिव रह चुके हैं. ऐसे में अब दोनों गुट एक मंच पर आने को तैयार हो गए हैं. उनका कहना है कि जयपुर में क्रिकेट को एक बार फिर से पटरी पर लाया जाए. मामले को लेकर पूर्व सचिव विमल सोनी का कहना है कि जिला संघ के चुनाव आधिकारिक रूप से सही हुए थे. लेकिन इसके बाद एडहॉक कमेटी बना दी गई. जिससे जिले की क्रिकेट बबार्द हो गई. डीविजन क्रिकेट नहीं हो सका.
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अब उम्मीद है कि कोई मध्यस्थता करे, तो इससे इस विवाद का निस्तारण हो सकता है. जबकि दूसरे गुट का प्रतिनिधित्व कर रहे मोहम्मद इकबाल का कहना है कि हमारा मकसद सिर्फ क्रिकेट को बचाना है और हम सब एक मंच पर एक साथ आने को तैयार हो गए हैं. क्योंकि चुनाव नहीं होने के कारण जयपुर में क्रिकेट का मंच बिखर गया है और कई बड़ी प्रतियोगिताएं पिछले कुछ सालों से बिलकुल बंद हो चुकी हैं. ऐसे में अब क्रिकेट को बचाने के लिए बेहतर कदत उठाए जाएंगे.