कांग्रेसियों ने महापौर जगत बहादुर सिंह को दी श्रद्धांजलि, राकेश सिंह बोले-डूबती नाव से निकल रहे हैं कांग्रेसी - jagat bahadur singh join bjp
Tribute to Mayor Jagat Bahadur: जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दे दी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पैसों के लालच में उन्होंने भाजपा का दामन थामा है. वहीं, मंत्री राकेश सिंह ने कहा ''डूबती नाव है, जिसमें कोई सवार नहीं होना चाहता.''
जबलपुर। जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है. उसके बाद से जबलपुर में राजनीति का पर चढ़ गया है, कांग्रेसी सड़क पर उतर आए हैं. आज शनिवार को कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने जगत बहादुर सिंह को जीते जी श्रद्धांजलि दी. वहीं, कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि ''कांग्रेस एक डूबती नाव है और जगत बहादुर सिंह ने जो फैसला किया है वह अच्छा है. अभी तो और भी लोग कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आएंगे.
कांग्रेस डूबती नाव
जबलपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और मध्य प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि ''कांग्रेस डूबती नाव है और डूबती नाव की सवारी कोई नहीं करता है. महापौर जगत बहादुर सिंह अनु ने जो फैसला किया है वह सही है और उन्होंने सही समय पर सही फैसला किया है. उनका भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है और उनके आने से जबलपुर के विकास को गति मिलेगी.'' राकेश सिंह का कहना है कि कांग्रेस से अभी भी कई लोग भारतीय जनता पार्टी में आना चाहते हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल रहा है.
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
वहीं, दूसरी तरफ जबलपुर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. महापौर जगत बहादुर सिंह अनु के कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के बाद से ही कांग्रेसी उन्हें मरा हुआ मान रहे हैं. इसी को लेकर नर्मदा नदी में उनके तर्पण का कार्यक्रम किया गया था. आज उनकी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर कांग्रेस नेता जतिन राज का कहना है कि ''जगत बहादुर सिंह पैसों के लालच में कांग्रेस छोड़कर और भारतीय जनता पार्टी के पाले में चले गए हैं. जबलपुर में लगभग 300 करोड रुपए की सड़क बनाई जानी है जो काम पहले मध्य प्रदेश सरकार के पीडी मंत्रालय से होना था अब वह जबलपुर नगर निगम के माध्यम से होगा और इसी कमीशन के चक्कर में जगत बहादुर सिंह ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया.''
जगत बहादुर सिंह के पाला बदलने से जबलपुर की थमी हुई राजनीति में हलचल शुरू हो गई है. कांग्रेस को खेलने के लिए एक पिच मिल गई है और कांग्रेस इसी का फायदा उठा रही है. अब कांग्रेसी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं. कांग्रेस के नए युवा नेताओं को मौका मिलेगा. क्योंकि जबलपुर में अचानक से तीन पद खाली हो गए हैं. जबलपुर नगर कांग्रेस अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष नगर निगम और लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार इसलिए कांग्रेसी उत्साह में है.