जबलपुर।अगर आप अपने परिवार के साथ इस मानसूनी सीजन में भेड़ाघाट धुंआधार घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए अच्छी नहीं है. ऐसे में अब पर्यटक धुआंधार को दूर से देखकर ही इसका लुफ्त उठा सकेंगे. इसके साथ ही रोपवे, नौका-विहार का आनंद भी नही ले सकेंगे. मानसूनी सीजन आते ही विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक रोजाना भेड़ाघाट पहुंच रहे हैं लेकिन पर्यटकों को भेड़ाघाट पहुंचने के बाद निराशा ही हाथ लग रही है. प्रशासन ने 15 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए भेड़ाघाट में मिलने वाली सभी सुविधाओं को बंद कर दिया गया है. घाट के पास जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यहां सैलानियों को रोकने के लिए रोको टोको अभियान भी चलाया जा रहा है.
15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटन पर रोक
सैलानी अब संगमरमर वादियों के बीच गिरता हुआ झरना कुछ दिनों तक नहीं देख पाएंगे. बारिश के चलते अब भेड़ाघाट धुंआधार की चट्टानें डूबने की कगार पर हैं. जिसके चलते भेड़ाघाट में पर्यटकों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटौती भी की गई है. पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए पर्यटन स्थल भेड़ाघाट धुआंधार, नौका बिहार और रोपवे 15 जून से 15 अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं. जिसकी वजह से महाराष्ट्र, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उड़ीसा, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित कई राज्यों से आने वाले पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. ऐसे में पर्यटक दूर से ही चट्टानों के बीच पहुंचकर परिवार के साथ खुशियां मना रहे हैं.
प्राकृतिक सौंदर्य देखकर मिला सुकून
पन्ना से भेड़ाघाट पहुंची पर्यटक वेदिका मिश्रा का कहना है कि "नौका विहार बंद होने से उन्हें मायूसी हाथ लगी है लेकिन फिर भी प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर उन्हें सुकून मिला. उन्होंने मायूसी को दूर करने कल-कल करती बहती धारा के बीच गाना गाकर दिल को तसल्ली दी." उत्तर प्रदेश के बनारस से भेड़ाघाट घूमने पहुंची प्रियंका मिश्रा का कहना है कि "भेड़ाघाट अभी तक देखा नहीं था इसके बारे में सुना करते थे लेकिन यहां पहुंचने के बाद सिर्फ मायूसी ही हाथ लगी है क्योंकि बारिश के चलते रोपवे, नौका विहार को बंद कर दिया गया है." बता दें कि मानसूनी सीजन होने की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता है जिसकी वजह से भेड़ाघाट में नौका विहार रोपवे को बंद कर दिया गया है.