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दीक्षा के हाथों की मेहंदी 5 वर्ग मीटर की, बनाया सबसे बड़ी पेंटिंग का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड - Biggest Mehndi Painting - BIGGEST MEHNDI PAINTING

जबलपुर की दीक्षा गुप्ता ने कमाल कर दिया है. उन्होंने हाथ में लगाने वाली मेहंदी को कैनवास पर कुछ ऐसे उकेरा कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो गया. दीक्षा ने 5 वर्ग मीटर की एक पेंटिंग बनाई है जो पूरी तरह मेहंदी से बनी हुई है. भगवान बालाजी की इस पेंटिंग के बारे में दीक्षा का दावा है कि इतनी बड़ी पेंटिंग मेहंदी से किसी ने भी पूरी दुनिया में नहीं बनाई है.

BIGGEST MEHNDI PAINTING
जबलपुर की दीक्षा ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड (ETV BHARAT GRAPHICS)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 25, 2024, 10:07 AM IST

Updated : Jun 25, 2024, 11:53 AM IST

जबलपुर. मेहंदी लगाने का शौक लगभग सभी लड़कियों को होता है, जबलपुर के गुप्तेश्वर में रहने वाली दीक्षा गुप्ता को भी यह शौक बचपन से ही था और वह बड़ी बारीकी से मेहंदी लगाती थीम. अपने मन से वह डिजाइंस बनती थी. इसी बीच दीक्षा ने मेहंदी से एक नया प्रयोग किया और मेहंदी की पेंटिंग बनाना शुरू किया. मेहंदी की कोन को हाथ और कलाई में डिजाइन बनाने की बजाय उसने कैनवास पर और पोस्ट पर लगाकर कई पेंटिंग्स बनाईं. यही से उसके दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों ना वह दुनिया की सबसे बड़ी मेहंदी की पेंटिंग बनाए.

जबलपुर की दीक्षा ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड (ETV BHARAT)

3 महीने में बनाई दुनिया की सबसे बड़ी मेहंदी पेंटिंग

दीक्षा गुप्ता ने एक पांच वर्ग मीटर का कैनवस तैयार किया और इस पर मेहंदी से पेंटिंग बनाना शुरू किया. इस पेंटिंग पर दीक्षा ने 3 महीने तक काम किया और तिरुपति बालाजी की पेंटिंग बनाई. इस पेंटिंग पर बड़ी बारीकी से काम किया गया है. जब यह पेंटिंग बनाकर तैयार हुई तो दीक्षा ने गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में संपर्क किया और यह दावा किया कि उसने जो काम किया है उस तरह का पेंटिंग वर्क दुनिया में और किसी ने नहीं किया. गिनीज बुक ने दीक्षा के दावे की पड़ताल की और दीक्षा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह दी.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सर्टिफिकेट के साथ दीक्षा (ETV BHARAT)

खोलना चाहती हैं आर्ट स्टूडियो

दीक्षा गुप्ता ने पढ़ाई मैनेजमेंट सब्जेक्ट से की है, उन्होंने बैचलर ऑफ मैनेजमेंट की डिग्री ली है और पेंटिंग या आर्ट का कोई प्रोफेशनल कोर्स नहीं किया है. दीक्षा मध्यमवर्गीय परिवार से हैं, इसके बावजूद दीक्षा ने कम संसाधनों में ही अपनी कला को जीवित रखा और उसे इस स्तर तक बढ़ाया कि अब उन्हें एक विशेष पहचान मिल गई है. दीक्षा का कहना है कि वह एक बड़ा आर्ट स्टूडियो खोलना चाहती हैं जिसमें भी दूसरे लोगों को भी मेहंदी की इस कला को सीख सकें.

मेंहदी से पेंटिंग करतीं दीक्षा (ETV BHARAT)

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दीक्षा मेहंदी के जरिए पेंटिंग करने की कला को और अधिक विकसित करना चाहती हैं क्योंकि मेहंदी से पेंटिंग बनाने का काम अभी दीक्षा के अलावा कोई नहीं कर रहा है.

Last Updated : Jun 25, 2024, 11:53 AM IST

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