रामानुजगंज में अंतरराज्यीय लकड़ी तस्कर गिरोह एक्टिव, रात में हो रही जंगल की कटाई, कई ट्रैक्टर लकड़ियां मिली - Wood Smugglers Active In Balrampur
Wood Smuggling In Balrampur, forest area Dhamani Ramanujganj छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में अंतरराज्यीय लकड़ी तस्करों का गिरोह सक्रिय है. हरे भरे पेड़ों को रात के अंधेर में काटा जा रहा है. Balrampur News, Chhattisgarh News
बलरामपुर में हरेभरे पेड़ों की कटाई (ETV Bharat Chhattisgarh)
बलरामपुर:रामानुजगंज के वन परिक्षेत्र धमनी के सुंदरपुर गांव के आसपास अंतराज्यीय लकड़ी तस्कर गैंग सक्रिए है. बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से खैर की लकड़ी की कटाई का मामला सामने आया है. तस्करों ने लगभग 10 ट्रैक्टर से ज्यादा लकड़ियां काट दी है.
अवैध तरीके से खैर की लकड़ी की कटाई:जंगल में पेड़ों की कटाई रात के अंधेरे में की जा रही है. लेकिन इन लकड़ियों को तस्कर जंगल में ही रखे हुए हैं. सुंदरपुर नर्सरी में 10 ट्रैक्टर से ज्यादा लकड़ियां का भंडारण किया गया है. लेकिन हैरानी की बात है कि इतनी मात्रा में रखी हुई लकड़ियों पर फॉरेस्ट विभाग की नजर तक नहीं पड़ी. इधर राजस्व विभाग भी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
बलरामपुर में हरेभरे पेड़ों की कटाई (ETV Bharat Chhattisgarh)
लकड़ियां देखने के बाद भी कार्रवाई में देरी क्यों: इस मामले में वन परिक्षेत्र के रेंजर अजय वर्मा ने बताया कि "जहां भी लकड़ी भंडारित की गई है उसकी जांच कराई जा रही है. मामले में क्षेत्र के तहसीलदार को भी पत्र लिखा गया है. जितने भी लकड़ी क्षेत्र में अवैध रूप से या लावारिस हालत में है उसे जब्त किया जाएगा."
पेड़ों की कटाई से जंगली जानवर हो रहे प्रभावित: बलरामपुर में हाथी, भालू, तेंदुए के साथ ही कई संरक्षित प्रजाति के जीव जंतुओं का रहवास है. लगातार हो रही वनों की कटाई के कारण वन्यजीवों का रहवास और विचरण क्षेत्र प्रभावित हो रहा है. जिसके चलते वन्यजीव अब इंसानों की बस्तियों में पहुंच रहे हैं. जिसके कारण इंसानों और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की स्थिति है.