रांची, बेड़ोः अंतरराष्ट्रीय धावक बुधवा उरांव (63) का बुधवार की सुबह जमशेदपुर में आकस्मिक निधन हो गया. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव रांची के इटकी प्रखंड अंतर्गत रानी खटंगा गांव लाया गया. जहां आदिवासी रीति-रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई.
बुधवा उरांव अपने पीछे पत्नी, पांच लड़के और एक बेटी सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. वहीं उनके निधन की खबर सुनकर पूरे झारखंड में शोक की लहर फैल गई है. बुधवा उरांव के निधन की जानकारी मिलते ही कई जनप्रतिनिधि और टॉप के अधिकारी खटंगा गांव पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजिल दी.
बंदूक झुका कर दी गई सलामी
इस दौरान जैप कमांडेंट आईपीएस डॉ सरोजनी लकड़ा के नेतृत्व में पुलिस बलों ने बंदूक झुका कर सलामी दी. इस मौके पर मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, पूर्व मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, जेएससीए के पूर्व उपाध्यक्ष अजय नाथ शहदेव, आदिवासी महासभा के अध्यक्ष सह पत्थलगड़ी नेता विजय कुजूर ने फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. अंतरराष्ट्रीय धावक बुधवा उरांव के निधन पर एडीजी प्रिया दुबे, राजकुमार लकड़ा, डीआईजी पटेल मयूर के अलावे कई पुलिस अधिकारियों ने शोक जताया है. साथ ही खेल जगत और राजनीतिक महकमे में भी शोक की लहर दौड़ गई है.इस मौके पर जागरे उरांव, राजकुमार तिर्की, बेलस तिर्की, शिवनाथ तिग्गा, राजन किस्पोट्टा, सुनील मिंज, मो सादिक सहित सैकड़ों गणमान्य लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
बुधवा उरांव की उपलब्धियां