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Rajasthan: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला 2024: पर्यटन विभाग का कार्यक्रम जारी, मेले के लिए दीपावली से पहले ही आने लगे पशुपालक - INTERNATIONAL PUSHKAR FAIR 2024

पुष्कर के प्रसिद्ध पशु मेले में पशुपालकों की चहल पहल बढ़ने लगी है.पर्यटन विभाग ने कार्यक्रमों की सूची जारी कर दी.

International Pushkar Fair 2024
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला 2024 (Photo Etv Bharat Ajmer)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 26, 2024, 8:02 PM IST

अजमेर: पुष्कर में मिट्टी के दड़ों में चहल पहल बढ़ने लगी है. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले के लिए पशुपालक दिवाली से पहले ही आने लगे हैं. इधर, पुष्कर पशु मेले के दौरान पर्यटन विभाग की ओर से होने वाली प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है. मेला 2 से 17 नवंबर तक चलेगा. मेले के दौरान आने वाले देसी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग भी तैयारी में जुटा हुआ है.पर्यटन विभाग ने 9 से 15 नवंबर तक का कार्यक्रम जारी कर दिया है.

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला 2024 (Video Etv Bharat Ajmer)

अजमेर में पर्यटन अधिकारी प्रद्युम्न ने बताया कि मेले को यादगार बनाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में राजस्थानी लोककला के अलावा देश के विभिन्न राज्यों की लोककलाओं के भी दर्शन होंगे. उन्होंने बताया कि मेले के दौरान देसी विदेशी पर्यटकों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी.

पढ़ें:अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2024: तैयारियों को लेकर बैठक, मंत्री रावत बोले- मेले के लिए पर्याप्त बजट

पर्यटन विभाग की ओर से जारी कार्यक्रम:

  • 9 नवंबर: सुबह 10 बजे मेला स्थल पर पूजा और झंडारोहण होगा. पुष्कर के प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथू लाल सोलंकी और उनके देसी विदेशी शिष्य नगाड़ा वादन करेंगे. सुबह 10:30 बजे स्थानीय और ग्रामीण महिलाओं के लिए मांडणा प्रतियोगिता होगी. साथ ही मेला ग्राउंड पर सामूहिक नृत्य होगा. 11 बजे विदेशी पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच 'चक दे राजस्थान' फुटबॉल मैच होगा. शाम 6 बजे पुष्कर सरोवर के घाटों पर रंगोली, दीपदान, महाआरती, पुष्कर सरोवर अभिषेक होगा.शाम 7 बजे मेला ग्राउंड पर लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा.
  • 10 नवंबर: विदेशी पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच देसी खेल होंगे. इसमें लंगड़ी टांग, सतोलिया मैच, गिल्ली डंडा आदि शामिल है. सुबह 11:30 बजे ऊंट सज्जा प्रतियोगिता होगी. दोपहर 12 बजे ऊंट नृत्य होगा. मेला ग्राउंड पर 7 बजे लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी.
  • 11 नवंबर: सुबह 10 बजे विदेशी और स्थानीय लोगों के बीच कबड्डी मैच का आयोजन होगा. सुबह 11:30 बजे घोड़ा डांस प्रतियोगिता होगी. दोपहर 1:00 बजे मेला मैदान में ही पुष्कर क्षेत्र की विभिन्न पंचायत समितियां की खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी. शाम 6 बजे पुष्कर सरोवर पर महाआरती होगी. शाम 7 बजे मेला ग्राउंड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे.
  • 12 नवम्बर: सुबह 9 बजे आध्यात्मिक यात्रा पुष्कर गुरुद्वारे से लेकर मेला ग्राउंड तक होगी. दोपहर 1 बजे विभिन्न पंचायत समितियों से आए लोगों के बीच ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी. शाम 4 बजे मेला क्षेत्र में शिल्पग्राम हैंडीक्राफ्ट बाजार का उद्घाटन होगा. शाम 6 बजे पुष्कर घाट पर महा आरती होगी
  • 13 नवंबर: मेला ग्राउंड पर लगान फिल्म स्टाइल में क्रिकेट मैच होगा. इसमें विदेशी और विदेशी पर्यटक भाग लेंगे. सुबह 11 से रात्रि 8 बजे तक शिल्पग्राम हैंडीक्राफ्ट बाजार खुला रहेगा. सुबह 11 बजे मूंछ प्रतियोगिता, इसके बाद 11:30 बजे साफा और तिलक प्रतियोगिता विदेशी पर्यटकों के बीच होगी. दोपहर एक बजे विभिन्न पंचायत समितियों से आए खिलाड़ियों के बीच फाइनल मैच होंगे.शाम 6 बजे महाआरती होगी. शाम 7 बजे मेला ग्राउंड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे.
  • 14 नवंबर: सुबह 10:30 बजे महिलाओं की मटका रेस. सुबह 11:30 बजे महिलाओं की म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता होगी. शाम 6 बजे सरोवर के घाटों पर महाआरती का आयोजन होगा. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 7 बजे से शुरू होंगे.
  • 15 नवंबर: सुबह 9 बजे मेले का विधिवत समापन होगा.उसके बाद मेगाकल्चर इवेंट और पुरस्कार वितरण समारोह के अलावा सामूहिक नृत्य, कला जत्था यात्रा, मटका रेस, बोरी रेस, स्पून रेस आदि विभिन्न प्रतियोगिताएं मेला ग्राउंड पर होगी. शाम 6 बजे पुष्कर के पवित्र सरोवर पर महा आरती होगी.

मेलास्थल पर पहुंचने लगे पशुपालक:श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और जालौर से ऊंटपालक मेले के लिए पहुंचने लगे हैं. करीब 60 से 70 ऊंट और घोड़े मेला क्षेत्र में आ गए हैं.पशुपालकों ने मेला क्षेत्र में तंबू लगाने शुरू कर दिए हैं.इधर पशु पलकों की आवक को देखते हुए पशुपालन विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक डॉ सुनील घीया ने बताया कि पशुओं के पानी पीने के लिए खेलिया बनाई गई है.वहीं पशुपालकों के लिए जगह-जगह पीने के पानी की टंकियां लगाई गई है.

18 वर्षों से आ रहा मेले में:श्रीगंगानगर से आए पशुपालक जगदीश ने बताया कि उन्हें पुष्कर आए तीन दिन हो गए हैं, लेकिन अब जाकर पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था और बिजली देने का आश्वासन उन्हें मिला है.उन्होंने बताया कि 18 वर्षों से पुष्कर मेले में आ रहे है.यहां काफी बदलाव हो गया है.

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