अजमेर:अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले की शुरुआत कार्तिक शुक्ल की एकम से होगी, यानी 2 नवम्बर से मिले का आगाज होगा. मेला मार्गशीर्ष कृष्ण दूज यानी 17 नवम्बर तक रहेगा. जबकि 12 नवम्बर को एकादशी से 15 नम्बर पूर्णिमा तक धार्मिक मेले का आयोजन होगा. खास बात यह है कि इस बार पुष्कर धार्मिक मेला स्नान 5 दिवस की बजाय चार दिवस ही होगा. दरअसल इस बार चतुर्दशी तिथि से क्षय होने के कारण विशेष स्नान चार दिन ही होगा.
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले की तैयारी पशुपालन विभाग ने शुरू कर दी है. विभाग की ओर से मेले का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है. विश्व विख्यात श्री पुष्कर पशु मेला 2024 का आयोजन 2 से 17 नवंबर तक होगा. हालांकि पशुपालक पहले ही अपने पशुओं को लेकर पुष्कर के मेला मैदान में आना शुरू हो जाएंगे. पुष्कर मिट्टी के धोरों में सतरंगी संस्कृति को देखने के लिए बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक भी मेले के दौरान पुष्कर आएंगे. पर्यटन विभाग पुष्कर मेले में होने वाली विविध गतिविधियों, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है. पुष्कर के होटल, गेस्ट हाउस, रिसोर्ट और होम स्टे में बुकिंग शुरू हो चुकी है. इधर टूर एंड ट्रैवल्स कंपनियां भी सक्रिय हो गई हैं.
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अंतरराष्ट्रीय श्री पुष्कर पशु मेले का यह कार्यक्रम:
- 2 नवंबर को कार्तिक शुक्ल एकम पर श्री पुष्कर मेला कार्यालय की स्थापना होगी.
- कार्तिक शुक्ल एकम से कार्तिक शुक्ला तृतीया तक चौकिया की स्थापना होगी. (2 से 4 नवम्बर तक).
- 9 नवंबर कार्तिक अष्टमी को ध्वजारोहण होगा और इसी दिन ही सफेद चिट्ठी पशुपालकों को दी जाएगी.
- 10 नवंबर कार्तिक शुक्ल नवमी को रवन्ना पशुपालकों को दिया जाएगा.
- 12 नवंबर कार्तिक शुक्ल नवमी को विकास प्रदर्शनी और गिर प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा.
- 9 नवंबर कार्तिक शुक्ल अष्टमी और 14 नवंबर कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को सांस्कृतिक कार्यक्रम मेला मैदान में होंगे.
- 12 नवंबर कार्तिक शुक्ल एकादशी और 14 नवंबर कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को पशु प्रतियोगिताएं होंगी.
- 15 नवंबर कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को पशुपालन विभाग की ओर पुरस्कार वितरण समारोह होगा.
- 17 नवंबर मार्गशीर्ष कृष्ण दूज को अंतरराष्ट्रीय श्री पुष्कर पशु मेले का विधिवत समापन होगा.
विगत 5 वर्षों में बदला पशु मेले का ट्रेंड: पुष्कर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ सुनील घीया ने बताया कि मेले की तैयारियों को लेकर एक बैठक हो चुकी है. मेला क्षेत्र में पशुओं के पानी पीने के लिए बनी खेलियों की रिपेयर का काम जल्द शुरू हो जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक जिले में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशकों को मेले के लिए आमंत्रण और पशुपालकों को मेले में बुलाने के लिए पंपलेट भी भेजे जाएंगे. पंपलेट और आमंत्रण पत्रों का टेंडर एक-दो दिन में हो जाएगा.