अलीगढ़ : भारत की प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला मुक्केबाज और पद्म विभूषण से सम्मानित मैरी कॉम रविवार को अलीगढ़ के सेंट फिदेलिस स्कूल के वार्षिक खेल महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. इस अवसर पर उन्होंने छात्रों और खेल प्रेमियों को प्रेरित करते हुए अपने संघर्षमय जीवन और खेल से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को साझा किया.
अलीगढ़ पहुंचीं इंटरनेशनल बॉक्सर मैरी कॉम. (Video Credit; ETV Bharat) 2024 के पेरिस ओलंपिक में घुटने की चोट के कारण हिस्सा न ले पाने पर उनके संन्यास लेने की चर्चाएं तेज हो गई थीं, लेकिन मैरी कॉम ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि मैंने खेल से संन्यास नहीं लिया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी खेल के प्रति प्रतिबद्धता अब भी बरकरार है और वे भविष्य में भी देश का नाम रोशन करेंगी.
सफलता के लिए मेहनत और लगन बेहद जरूरी :मैरी कॉम ने कार्यक्रम में अपने संघर्ष और अनुभव साझा करते हुए कहा कि एक समय था, जब लोग यह मानते थे कि बॉक्सिंग केवल पुरुषों का खेल है. उन्होंने कहा कि एक लड़की होने के नाते मुझे कई बार यह सुनना पड़ा कि यह खेल महिलाओं के लिए नहीं है, लेकिन मैंने इसे गलत साबित किया. कठिन परिश्रम और दृढ़ता से मैंने यह दिखा दिया कि महिलाएं भी बॉक्सिंग में करियर बना सकती हैं.
उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षा और खेल में सफलता के लिए मेहनत और लगन बेहद जरूरी है. आपको मजबूत बनना होगा, कभी हार नहीं माननी चाहिए. सफलता कठिनाइयों का सामना करने के बाद ही मिलती है.
मैरी कॉम ने कहा खेलों के लिए अब बेहतर सुविधाएं उपलब्ध :मैरी कॉम ने कहा कि भारत में अब खेलों के लिए बेहतर माहौल और संसाधन उपलब्ध हैं. आज खिलाड़ियों को अच्छे कोच, उपकरण और प्रैक्टिस के लिए सुविधाएं मिल रहीं हैं, जो मेरे समय में नहीं थीं. तब हमें सीमित संसाधनों में ही काम करना पड़ता था. लेकिन अब संगठन अच्छा काम कर रहे हैं, और यह बदलाव खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है.
मैरी कॉम ने कहा राजनीति से है दूरी :मणिपुर में लंबे समय से चले आ रहे तनावपूर्ण माहौल पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए, मैरी कॉम ने कहा कि उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है. मैंने कभी राजनीति के बारे में नहीं सोचा, इसलिए इस विषय पर बोलना उचित नहीं होगा. मैं खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करती हूं.
मैंने मेहनत से विरोधियों को गलत साबित किया :अपने जीवन की कठिनाइयों का जिक्र करते हुए मैरी कॉम ने बताया कि उन्होंने बार-बार असफलताओं का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी. उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आईं जब लोग मुझे कम आंकते थे, लेकिन मैंने हर बार अपनी मेहनत से उन्हें गलत साबित किया. कार्यक्रम के अंत में मैरी कॉम ने बच्चों से कहा कि आप भी मजबूत बनें, खुद पर विश्वास रखें और कभी यह न सोचें कि आप कुछ नहीं कर सकते. मेहनत ही सफलता की कुंजी है. मैंने भी अपने करियर में कई पदक जीते, लेकिन इसके लिए मैंने अनगिनत घंटे कड़ी मेहनत की है.
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