गोरखपुर में बन रही इंटीग्रेटेड टाउनशिप सुनहरा मौका लेकर आई है. गोरखपुर: हर किसी का सपना होता है कि एक आशियाना उसका भी हो. सभी जरूरी सुविधाएं भी हों और रियायती दर पर छत भी मिल जाए. ऐसे लोगों के लिए गोरखपुर में बन रही इंटीग्रेटेड टाउनशिप सुनहरा मौका लेकर आई है. सरकार की मंशा के अनुरूप प्राइवेट बिल्डरों को भी टाउनशिप विकसित करने के लिए अवसर प्रदान किया जा रहा है. इसके तहत 120 एकड़ क्षेत्रफल में 'ओमेक्स लिमिटेड' टाउनशिप बसा रही है. इसे विकास प्राधिकरण ने लाइसेंस जारी कर दिया है. गोरखपुर-देवरिया रोड पर तालजहदा में यह टाउनशिप विकसित होगी. निजी क्षेत्र की गोरखपुर में यह पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप होगी. इसमें निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों को रियायती दर पर आवास मुहैया होंगे. साथ ही सरकार की ओर से भी छूट मिलेगी. जानिए इस योजना की खासियत.
जरूरतमंद लोगों को मिलेगा लाभ
विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष आनंदवर्धन सिंह बताते हैं कि इस परियोजना के कारण कई अन्य कंपनियों का गोरखपुर की तरफ ध्यान बढ़ेगा. लोगों की आवास की जरूरतें भी पूरी होंगी. साथ ही प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इसका लाभ निश्चित रूप से लोगों को प्लाट, फ्लैट और आवास के रूप में मिलेगा. उपाध्यक्ष आनंदवर्धन सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि प्राधिकरण अपनी दो टाउनशिप दो-दो सौ एकड़ क्षेत्रफल में लांच कर चुका है.खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना के साथ राप्ती नगर आवासीय विस्तार योजना और स्पोर्ट सिटी का भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के हाथों शिलान्यास हो चुका है. इन दोनों परियोजनाओं के माध्यम से लोगों को जहां फ्लैट और आवास के साथ व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए जगह मिलेगी, वहीं प्राइवेट टाउनशिप विकसित करने वाली कंपनियों को मौका देने से गोरखपुर में प्रतिस्पर्धा का दौरा खड़ा होगा. जिससे यहां के लोगों को लाभ मिलेगा, जिन्हें आवास की जरूरत है. प्राइवेट बिल्डर भी अपने यहां मध्यम आय वर्ग से लेकर लोअर इनकम ग्रुप के आवास विकसित करेंगे.
चुनाव खत्म होते ही धरातल पर उतरेगी योजना
आनंदवर्धन सिंह ने बताया कि ओमेक्स सिटी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट एक महीने के अंदर विकास प्राधिकरण को सौंप देगी. लोक सभा चुनाव खत्म होते ही परियोजना धरातल पर उतरने लगेगी. ओमेक्स अपनी परियोजना में करीब 2100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. जिससे बड़ी संख्या में कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा. कमजोर आय वर्ग के साथ सभी के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त विभिन्न श्रेणियों के आवास और हाई राइज अपार्टमेंट बनेगा. इसमें अस्पताल, पार्क और शॉपिंग कंपलेक्स होगा. टाउनशिप में समृद्ध हरित क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा. उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के अंतर्गत ओमेक्स समूह को गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने लाइसेंस जारी किया है. फोरलेन हो रहे देवरिया बाईपास से सटे क्षेत्र में निजी क्षेत्र की इस टाउनशिप को बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी, जहां से एयरपोर्ट,।रेलवे स्टेशन, एम्स हर जगह पहुंचाना भी आसान होगा.
रियायती दर पर मिल सकेंगे आवास
रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े मुन्ना रावत का कहना है कि प्राइवेट क्षेत्र की चर्चित टाउनशिप विकसित करने वाली कंपनियों के गोरखपुर में आने से निश्चित रूप से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इससे लोगों को सस्ते, अच्छे और भरोसेमंद आवास प्राप्त हो सकेंगे. निजी क्षेत्र में होने वाले निर्माण गुणवत्ता और सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाता है. ऐसे में प्राइवेट टाउनशिप लोगों को आकर्षित करने में कामयाब होगी. गोरखपुर का विस्तार वैसे भी बहुत तेजी के साथ हो रहा है. साथ ही बिहार का पश्चिमी क्षेत्र जो उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है, नेपाल, सिद्धार्थनगर, बस्ती जैसे शहरों के लोग भी गोरखपुर में अपना घर बनाना चाहते हैं. जिससे आवासीय जरूरत इस क्षेत्र में बढ़ी है.
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