मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

इंदौर और मुंबई सट्टा बाजार ने निकाली बीजेपी की चीख, कांग्रेस को यकीन नहीं, सीटों का खुला बंटवारा - Indore Mumbai Satta Bazar LS Result - INDORE MUMBAI SATTA BAZAR LS RESULT

मध्यप्रदेश में इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को खुशखबरी हाथ लग सकती है. विभिन्न सट्टा बाजारों के अनुमान तो यही कहते हैं. आइए जानते हैं फलौदी सट्टा बाजार के साथ ही मुंबई व इंदौर का सट्टा बाजार कांग्रेस व बीजेपी को कितनी सीटें दे रहा है, कहां-कहां तगड़ी फाइट बताई जा रही है.

LS ALL SATTA MARKETS PREDICTION
लोकसभा चुनाव में इंदौर मुंबई में लगा सट्टा (Getty Image)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 30, 2024, 6:24 PM IST

Updated : May 31, 2024, 10:27 AM IST

How Many Seats BJP Congress Winning:लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट भले ही 4 जून को आना है और एग्जिट पोल 01 मई की शाम को लेकिन मध्यप्रदेश में बीजेपी व कांग्रेस ने मिठाई व पटाखों के ऑर्डर देकर सस्पेंस बढ़ा दिया है. इस बीच सट्टा बाजारों के अनुमान ने बीजेपी व कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा दी हैं. फलौदी सट्टा बाजार के बाद अब मुंबई व इंदौर के सट्टा बाजार के अनुमानों को लेकर दोनों ही दलों के साथ ही आम लोगों में बहस छिड़ गई है. इन सट्टा बाजारों के अनुसार मध्यप्रदेश में कांग्रेस को आशा की किरण दिख रही है तो बीजेपी को कुछ झटके लगने की संभावना जताई गई है.

एमपी में कांग्रेस को कितनी सीटे मिलने का अनुमान

फलौदी का सट्टा बाजार हमेशा चर्चा में रहता है. फलौदी के सट्टा बाजार ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 5 से 6 सीटें मिलने का अनुमान जताया है तो अब मुंबई सट्टा बाजार ने भी फलौदी सट्टा बाजार के अनुमान पर एक प्रकार से मुहर लगा दी है. मुंबई सट्टा बाजार के अनुसार मध्यप्रदेश में कांग्रेस को इस बार 5 से 6 सीटें तक मिल सकती हैं. इधर, इंदौर सट्टा बाजार का अनुमान है कि कांग्रेस को 5 से 7 सीटें मिलने का अनुमान है. इन तीनों सट्टा बाजारों का अंदाजा है कि मध्यप्रदेश में 8 से 9 सीटों पर तगड़ी फाइट दिख रही है. इनमें से 5 सीटों पर कांग्रेस का अपर हैंड दिख रहा है. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मध्यप्रदेश में 29 में से केवल छिंदवाड़ा सीट पर संतोष करना पड़ा था. बीजेपी ने 28 सीटें जीती थीं. इस प्रकार अगर इस बार के सट्टा बाजारों पर भरोसा करें तो बीजेपी को झटका लग सकता है.

मुंबई व इंदौर सट्टा बाजार भी पीछे नहीं

फलौदी सट्टा बाजार के साथ ही मुंबई व इंदौर का सट्टा बाजार के मुताबिक इस बार कांग्रेस छिंदवाड़ा, राजगढ़, मुरैना, मंडला, झाबुआ में मजबूत दिख रही है. बता दें कि छिंदवाड़ा से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ तो राजगढ़ से दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. राजनीति के जानकारों का भी कहना है कि राजगढ़ व छिंदवाड़ा में कांग्रेस के जीतने की संभावना ज्यादा है. इसके अलावा झाबुआ से कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया भी बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. सट्टा बाजारों के अनुसार मंडला से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को झटका लग सकता है. मुरैना में भी बीजेपी को तगड़ा झटका लगने का अनुमान है.

एमपी की इन सीटों पर तगड़ी फाइट

सट्टा बाजारों के अनुसार मध्यप्रदेश की भिंड, सतना, सीधी के साथ ही ग्वालियर लोकसभा सीट पर ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है. धार में भी कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ा संदेश दिया है. अगर इन सीटों पर बीजेपी थोड़ी भी कमजोर हुई तो कांग्रेस के हाथ बाजी लग सकती है. वहीं, खजुराहो व इंदौर सीट पर बीजेपी की भारी जीत का अनुमान है. इन दो सीटों पर बीजेपी के पिछले चुनाव के जीत का रिकॉर्ड टूटने की बात कही जा रही है. इसके अलावा अन्य सीटों पर बीजेपी को कांग्रेस से बहुत आगे बताया जा रहा है.

ALSO READ:

फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी ने उड़ाई भाजपा और कांग्रेस की नींद, बड़े उलटफेर के मिल रहे संकेत

लोकसभा चुनाव: फलोदी सट्टा बाजार ने BJP को लेकर अनुमान घटाया, कांग्रेस की सीटें बढ़ाईं

क्या कहते हैं चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव

चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव ने भी कई चैनलों पर इस बात के संकेत दिए हैं कि एमपी में कांग्रेस 4 से 5 सीटें जीत सकती है. योगेंद्र यादव के मुताबिक "ये लोकसभा चुनाव मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए कुछ शुभ साबित हो सकते हैं. हालांकि बीजेपी अधिक मजबूत नजर आती है. मध्यप्रदेश बीजेपी का गढ़ है. कांग्रेस 2019 की तुलना में कुछ बेहतर प्रदर्शन करते नजर आ रही है. कई सीटों पर कड़ा मुकाबला है. वहीं, राजगढ़ समेत कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है. राजगढ़, छिंदवाड़ा, रतलाम, मंडला सीट पर कांग्रेस की स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही है. वहीं, मुरैना, ग्वालियर लोकसभा सीट पर कड़ा मुकाबला है"

(डिस्क्लेमर: फलोदी सट्टा बाजार के साथ ही इंदौर व मुंबई सट्टा बाजार के आंकड़े सिर्फ अनुमान पर आधारित होते हैं. ईटीवी भारत इन आकंड़ों की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)

Last Updated : May 31, 2024, 10:27 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details