इंदौर।शहर के मल्हारगंज क्षेत्र में संचालित श्री युगपुरुष धाम आश्रम में 5 बच्चों की मौत के बाद अब जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है. बुधवार देर रात जिला प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर ली है. जिसमें कई तरह की लापरवाही सामने आई हैं. आश्रम प्रबंधन की कार्यशैली संदेह के घेरे में है. जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को सौंप दी है.
27 जून को दो बच्चों को हुआ था डायरिया औरकालरा
जांच में ये बात सामने आई कि 27 जून को जब आश्रम में रहने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ तो 2 बच्चे डायरिया से पीड़ित पाए गए. इन बच्चों को अस्पताल भेजा जाना था लेकिन प्रबंधन आश्रम में ही उपचार कराता रहा. यदि आश्रम प्रबंधन समय रहते बच्चों को अस्पताल में एडमिट कर देता तो उनकी जान बच जाती. वहीं, 5 बच्चों की मौत घटना के बाद ये बात भी सामने आई है कि एक बच्चे की मौत 30 जून के आसपास ही हो चुकी थी. जिसके बारे में जानकारी आश्रम प्रबंधन ने जिला प्रशासन को नहीं दी. इस प्रकार मौत का आंकड़ा अब 6 तक पहुंच गया है.
इलाजरत बच्चों की हालत गंभीर
वहीं 38 बच्चों की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है. उनका इलाज चाचा नेहरू अस्पताल में जारी है. जांच रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि आश्रम में बच्चों को रहने के लिए भी एक ही स्थान दिया गया था. जहां पर बच्चे चिपक कर सो जाते थे. इसी तरह से जिस जगह पर बच्चों का खाना बनता था, वहां भी गंदगी मिली. कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है "श्री युगपुरुष धाम आश्रम की जांच रिपोर्ट में बच्चों के रखरखाव में लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है. इसके अलावा जब आश्रम में बच्चों के बीमार होने की जानकारी आश्रम प्रबंधन को लगी तो उन्होंने जिला प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी, बल्कि उसे छुपाने की कोशिश की."