इंदौर: शहर के एक कलाकार ने अपनी कलाकारी दिखाते हुए पीतल से पुरानी संसद भवन की प्रतिकृति बनाई है. कलाकार एडवोकेट लोकेश मंगल ने बताया कि उन्हें इसकी प्रेरणा कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मिली थी. इस प्रतिकृति का उद्देश्य मौलिक अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरुकता लाना है. बता दें कि एडवोकेट लोकेश मंगल इससे पूर्व पीतल का संविधान भी तैयार किया था, जिसकी काफी चर्चा भी रही.
ये संसद पीतल की, लोगों को जागरुक करने इंदौर के कलाकर ने तैयार की पुरानी संसद की प्रतिकृति - OLD PARLIAMENT BRASS REPLICA
इंदौर के कलाकार ने 35 किलो पीतल से पुरानी संसद भवन की प्रतिकृति बनाई है, जिसमें 2 फीट का सभागृह तैयार किया गया है.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Dec 12, 2024, 7:43 AM IST
एडवोकेट लोकेश मंगल बताते हैं कि इसे तैयार करने में काफी मेहनत करनी पड़ी है. इसमें 2 फीट का संविधान सभागृह तैयार किया गया है. जिसमें 6 एमएम के 1 फीट साइज के 144 खंभे लगाए गए हैं. इसमें ऊपर 4 रिंग और शिखर बनाया गया है. इसके साथ ही राज्यसभा, लोकसभा और सेंट्रल हॉल तीनों बनाए गए हैं. इसमें पूरा काम वेल्डिंग से किया गया है. इसका पूरा वजन करीब 35 किलो है.
- इंदौर के वकील ने तैयार कराया 33 किलो वजनी पीतल का संविधान, देखें वीडियो
- एमपी के चीचली में बनते हैं चमचमाते और कलात्मक बर्तन, खरीददार पीतल को समझ बैठते हैं सोना
लोगों का भी रहा है अहम योगदान
लोकेश मंगल की इस पहल पर 40 अलग-अलग क्षेत्र के लोगों ने इस सभागृह को बनाने में अपना योगदान दिया है. लोगों ने उन्हें पीतल देकर उनका सहयोग किया है. बता दें कि इससे पहले एडवोकेट लोकेश ने 22 किलो पीतल से संविधान की प्रति भी तैयार की थी. इसमें लेखनी सहित अन्य काम भी पीतल पर ही हुआ था.