इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में नगर निगम कर्मचारियों का रौब अब आर्मी की वर्दी से नजर आएगा. दरअसल नगर निगम ने अपने रिमूवल विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए अब आर्मी के रंगरूटों द्वारा पहनी जाने वाली वर्दी दी है. जिसे पहनकर वे अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान होने वाले विवाद की स्थिति से अपना बचाव कर सकेंगे.
आर्मी की वर्दी में काम करेंगे कर्मचारी
इंदौर नगर निगम के इस प्रयोग के पीछे ये मानना है कि, इस तरह की वर्दी पहनने से आम जनता में अधिकारियों और कर्मचारियों का अलग प्रभाव पड़ता है. कई बार अतिक्रमण खाली कराते समय विवाद और हाथापाई की स्थिति बन जाती है. तब उस समय कर्मचारियों के इस वर्दी में रहने के कारण कोई अधिकारियों से विवाद और विरोध नहीं कर पायेगा. यही वजह है कि नगर निगम कमिश्नर, शिवम वर्मा ने नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते के अधिकारियों और कर्मचारियों को यह वर्दी प्रदान की है. वर्दी पहनने के बाद आज जैसे ही अधिकारी, कर्मचारी सड़कों पर नजर आए तो कांग्रेस ने नगर निगम कर्मचारियों द्वारा आर्मी की वर्दी पहनने पर आपत्ति जताई.
कांग्रेस ने कहा ये सैनिकों का अपमान है
इंदौर नगर निगम के इस पहल का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता विवेक खंडेलवाल का कहना है कि "देश की अस्मिता से जुड़ी आर्मी की वर्दी नगर निगम के कर्मचारियों को पहनाना न केवल सैनिकों का अपमान है बल्कि यह सेना की वर्दी का दुरुपयोग भी है, जिसका विरोध किया जाएगा". हालांकि जब यह मामला गरमाया तो खुद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्पष्ट किया कि "आर्मी के रंगरूटों द्वारा पहने जाने वाली वर्दी सामान्य रूप से कोई भी पहन सकता है, लेकिन वर्दी में आर्मी के चिन्ह अथवा फूल और आर्मी से जुड़े चिन्हों का उपयोग नहीं किया जा सकता है".